एक तरफ कोरोना के कहर से जनता है परेशान तो वही दूसरी तरफ कुछ इंसानियत के हैवान गरीबों का खून चूसने में लगे हुए है

फिरोजाबाद

उत्तर प्रदेश के जिला फिरोजाबाद की तहसील जसराना की ब्लॉक ए का मैं हो रही धांधलेबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही
एक तरफ कोरोना से जनता परेशान थी तो दूसरी तरफ कुछ इंसानियत के हैवान गरीबों का खून चूसने में लगे हुए थे
तहसील जसराना के समस्त पदाधिकारियों पर लगाए गए गंभीर आरोप
पीड़ित ने आरोप लगाया कि उच्च लेवल के अधिकारियों ने घटना को अंजाम दिया
अधिकारियों ने किया करोड़ों का गमन लगाया आरोप

1 साल के भीतर पट्टा कर दिया जाता है हाल ही वह संक्रमणीय हो जाता है फिर कुछ दिन बाद उसका बैनामा हो जाता है बैनामा के होने के बाद 6 लोगों के नाम पर बैनामा हुआ जिसमें मुख्य अपराधी भी चंद्रपाल को बताया जा रहा है जिसने 6 लोगों के नाम पर बैनामा किया था प्रतिलिपि संलग्न है उसके कुछ दिन बाद खतौनी मैं दर्ज हो जाता है लोग अपने अपने मकान बनाने लगते हैं मकान दुकान बनकर तैयार हो जाती हैं बिना किसी नोटिस के उनके घरों को छुड़वा दिया जाता है और पुलिस बल के दम पर जिसमें समस्त सी ओ लेवल तक के अधिकारी शामिल हैं जो पीड़ितों को अपनी जमीन अपने मकान के 500 मीटर के दायरे में आने से मना करते हैं और उन्हें आने नहीं दिया जाता है जेसीबी लाकर उनके मकान तुड़वा दिए जाते हैं अब शासन और प्रशासन दोनों तरफ के अधिकारी मलबे को उठाने की कोशिश कर रहे हैं पीड़ितों का कहना है कि एका के चेयरमैन ने कल दो जेसीबी ट्रैक्टर सहित भेजी थी मलवा उठाने के लिए लेकिन लोगों ने विरोध किया तो चले गए और जो मकानों का टूटा मलवा पड़ा है उसके ऊपर कचरे की एक गाड़ी पलट दी। पीड़ितों तो का कहना है कि सबूत मिटाने की कोशिश की जा रही है। जिसमें आरोप लगाया गया है एसडीएम कुमार चंद जमालिया, तहसीलदार ब्रह्मानंद कठेरिया, सीओ कमलेश एवं आसपास के सभी थानों के कोतवाल भी मौजूद रहे सभी की मौजूदगी में मकानों को तोड़ा गया लोग अपनी आंखों तले दूर से अपने घरों को टूटते हुए देख रहे थे उनके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे खौफ का माहौल ऐसा फैल गया था कि चारों तरफ हाहाकार मची हुई थी लेकिन चंद पैसों के लिए मुट्ठी भर घूसखोरी करने वालों ने गरीबों के दिल पर क्या बीतेगी इसका कुछ भी नहीं सोचा और गरीब मजदूरों के घरों को उजाड़ डाला बस्ती को तबाह कर दिया कुछ लोगों का कहना है कि हमारे पैसे और घर का खाने पीने का सामान अंदर रखा हुआ था वह मलबे में ही दब गया कोरोना काल चल रहा है लोगों को खाने पीने की तकलीफ हो रही है क्योंकि काम नहीं है कोई धंधा नहीं है कोई रोजगार नहीं है जो बचा हुआ था धन खा चुके हैं और आने का कोई साधन नहीं है ऐसे गरीब किसान क्या करें जिसने कर्जा लेकर के घर बनाया था उस घर को तबाह कर दिया अब कहानी एक और देखने को मिलती है जहां के वर्तमान विधायक पप्पू लोधी की मौजूदगी में घर बनवाए गए थे ऐसा लोगों का आरोप है लेकिन जब घर टूटे तो उनको रोकने के लिए विधायक पप्पू लोधी जो बीजेपी के वर्तमान विधायक हैं नहीं आए क्या केवल वोट लेने के लिए विधायक आते हैं या फिर लोगों की सुनवाई भी करते हैं अभी लोग आत्महत्या करने पर उतारू हैं उनका कहना है कि हमें न्याय नहीं तो यह जीवन नहीं क्योंकि पूरे जीवन भर की कमाई हमने इन मकानों को बनाने में लगा दी हमारे घर पर 5 दिन से खाना नहीं बनाया भूखे बच्चे बिलख रहे हैं और खाने के लिए तड़प रहे हैं क्या करें समस्त ग्रामीणों ने रोष जताया और कहां कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तक हमारा संदेश पहुंचाया जाए और हमें न्याय दिलाया जाए

फ़िरोज़ाबाद से विनोद कुमार गौतम
की रिपोर्ट बी न्यूज़

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