बच्चों की विकास एवं महिलाओं के स्वास्थ्य को सुधारने हेतु बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा सभी क्षेत्रों में पुष्टाहार पहुंचाई जा रही हैं। इस पुष्टाहार को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग का चयन किया गया है, जिसमें वाहनों का प्रयोग सुचारू रूप से किया जाता है।
अफसोस की बात तो यह है कि जनपद सिद्धार्थनगर के इटवा नगर पंचायत अन्तर्गत इटवा डुमरियगंज मार्ग पर कमदालालपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय कमदालालपुर जहॉं पर बाल विकास परियोजना का गोदाम स्थित है सोमवार को बांसी से इटवा ला रहे पौष्टिक आहार का ट्रक जर्जर मार्ग होने की वजह से पानी में पलट गई ।
जिससे ट्रक में भरा सारा पौष्टिक सामान जिसमें लाखों रूपये का फ़ोर्टिफ़ाइड रिफाइन्ड सोयाबीन तेल एवं गेहूँ का दलिया भरा हुआ था मय सामान सहित गोदाम जाते समय ट्रक को आगे पीछे करते समय सड़क के किनारे पानी में पलट गई जिससे सारा सामान पानी में गिर कर खराब हो गया जिसका दोबारा हम प्रयोग नहीं कर सकते।
इस घटना से यह साबित होता है कि यदि समय से पहले ही विभाग द्वारा पुष्टाहार का गोदाम कहीं अन्यत्र अच्छे स्थान पर बनाया गया होता तो आज इतना बडा़ हादसा नहीं होता । इस हादसे मे ट्रक चालक को भी चोट लग गई है ।
अब प्रश्न यह उठता है कि ? यदि जर्जर मार्ग है तो वहीं पर गोदाम क्यों स्थापित किया गया है। और गोदाम बनाने वाले भी जहां सड़क जर्जर हो वहां पर ही गोदाम क्यों बनवाते हैं । इस सम्बन्ध में कुछ सूत्रों का कहना है कि यह लोग औचक निरीक्षण आदि से बचने के लिए ही एेसे स्थानों का चयन करते हैं जहॉं पर कोई भी वाहन आसानी से आ जा न सके । जिसका जीता जागता प्रमाण आज के हादसे को परिलक्षित करती है ।
बताया जाता है कि यदि विभाग के ज़िम्मेदारों द्वारा समय रहते ही ऐसी गलती ना की गई होती तो आज यह दुर्घटना घटित नहीं होता।
सिद्धार्थनगर से राजेश शास्त्री की रिपोर्ट बी न्यूज