जनपद मुख्यालय सिद्धार्थनगर से लगभग तिहत्तर किलोमीटर की दूरी पर स्थित बटवासिनी महाकाली स्थान गालापुर के पुजारी ठाकुर प्रसाद मिश्रा नें इस महामारी काल में लोगों को कोरोना से जागरूक करते हुए कहा है महामारी के समय में माता महाकाली ही लोगों की रक्षा करती हैं ।
ऐसे में लोगों को महाकाली की शरण में रहकर संयम पूर्वक अपने ब्यक्तित्व का संचालन करना चाहिए और अनावश्यक कहीं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जानें से सदैव बचना चाहिए ।
इसके अलावा कोई भी ब्यक्ति बिना मास्क लगाये घर से बाहर न निकलें तथा प्रशासन द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरस: पालन करें । सर्दी ज़ुकाम बुखार खॉसी होने पर सावधानियाँ बरती जॉय तथा सरकारी चिकित्सकों से भरपूर मदद सिया जाय।
इसके अलावा बटवासिनी महाकाली स्थान के महन्थ नें लोगों को अध्यात्मिक शक्तियों तथा कुछ घरेलू उपचार के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि इस कोरोना जैसे महामारी काल में पूजा पाठ व संयम ही लोगों के लिए कल्याणकारी सिद्ध हो रही है । जैसे भगवती महाकाली का मन्त्र महामारी विनाश के लिए
इस मन्त्र का कम से कम एक सौ आठ बार जपनें से महामारी जनित समस्त रोगों का शमन हो जाता है।तथा प्राणों पर संकट के बादल छा जानें पर ब्यक्ति स्वयं अथवा घर के अन्य सदस्यों द्वारा अधिकाधिक संख्या में ॐ दुर्गे दुर्गे रक्षणि स्वाहा
का जप करनें से तत्काल लाभ होता है और उसका जीवन बच जायेगा ।
इसके अलावा यदि मनुष्य में आक्सीजन की कमीं का अनुभव होने पर एक सूती कपड़े में पॉच फूल लौंग दो टिक्की कपूर तथा एक चम्मच अजवाइन को लेकर उसका चूर्ण बनाकर दिन व रात में कई बार प्रयोग किया जाय इससे आक्सीजन की मात्रा बराबर रहेगा तथा कोरोना के लक्षण उत्पन्न होने पर काली मिर्च का चूर्ण एक चम्मच और दो चम्मच शुद्ध शहद तथा एक चम्मच अदरक का रस निकालकर तीनों घटक को मिलाकर दिन और रात में चार से छ: बार सेवन करने से कोरोना कोसों दूर भाग जायेगा ।
महन्थ श्री ठाकुर प्रसाद का कहना है कि इसके अलावा बिटामिन सी जैसे रूद्रा़क्ष का जल जो ताम्र पात्र में रखा हुआ हो
उसका जल व सन्तरा एवं आँवला का प्रयोग अधिक से अधिक मात्रा में करनें से लोगों को विशेष लाभ मिलेगा ओर उनका स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा तथा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
सिद्धार्थनगर से राजेश शास्त्री की रिपोर्ट बी न्यूज