मानवीय वेदनाओं के कुशल चितेरे भास्कर फैला रहे नौनिहालों के जीवन में ज्ञान का प्रकाश

सुल्तानपुर

जनपद के लोदीपुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात भास्कर पाण्डेय प्राथमिक शिक्षकों के लिए एक मिसाल बन कर उभरे हैं। दुर्घटना रूपी कई झंझावातों से दो-चार होने के बाद चलने में असमर्थ श्री भास्कर प्राथमिक विद्यालय को भी महंगे कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर आधुनिकीकृत करने का प्रयास कर रहे हैं, और काफी हद तक सफलता भी प्राप्त कर चुके हैं।

इन प्रयासों में नौनिहालों के अभिभावकों का रुझान व नौनिहालों को प्रोत्साहित करने हेतु लैपटॉप व प्रोजेक्टर द्वारा बच्चों को शिक्षित करने के उनके द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय है। उनके द्वारा रोपित शिक्षा रूपी बीजों में क्रमशःअंकुरण की एक मिसाल या भी है की न्याय पंचायत की सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में उनके द्वारा शिक्षा रोपित कक्षा 5 के छात्र राज शुक्ला व सनी कुमार 33 छात्रों में क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहे।
उनके द्वारा विद्यालय परिसर में समय-समय पर भारतीय परंपरा के अनुरूप विभिन्न पर्वोत्सवों का भी आयोजन किया जाता है।स्वभाव से अत्यंत सरल,समाजसेवी,मृदु भाषी भास्कर पांडे जी अपनी व्यस्त दिनचर्या के बाद भी कुछ समय अपनी स्व लेखन प्रतिभा को निखारने में देते हैं।उनके कविता के संग्रह में उनके कवित्त की एक मिसाल-

बुराई करने वालों का तो करता हूँ वंदन।
ऐसे लोगों को ऊंची कुर्सी देकर करता हूं अभिनंदन।।
तप कर चमकता है चाहे कोई हो कनक। जैसे उकाब पंछी विपरीत हवाओं में छूता जाता है गगन।।

श्री पांडे अपनी कृतियों और कार्यों से जनपद ही नहीं वरन प्रदेश के उन प्राथमिक वेतन भोगी शिक्षकों के लिए एक मिसाल बने हुए हैं जो कि शिक्षण के प्रदर्शन में संसाधनों के अभाव को दोष देते हैं।

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