सुल्तानपुर दिनांक 21 अक्टूबर 2021
प्रशासन और दुर्गा पूजा समितियों के हैं आमने सामने आने के बाद समितियों के सदस्यों के उग्र हो गए बैरी केटिंग तोड़ दी गई बलियो को फेंक दिया गया।
Gomti river
बीच बचाओ और मध्यस्था करने के लिए केंद्रीय पूजा समिति विधायक सूर्यभान ओमप्रकाश बजरंगी ने कमान संभाली प्रशासन को आश्वस्त किया गया की मूर्तियां में कोई भी केमिकल प्रयुक्त नहीं हुआ है।
मूर्तियां इको फ्रेंडली के तहत निर्मित हैं और यह कुशभवनपुर की परंपरा है जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है 3 घंटे की मशक्कत के बाद प्रशासन ने शांतिपूर्वक गोमती नदी में विसर्जन की दी अनुमति।
श्रद्धालुओं द्वारा मां के उद घोष से सीताकुंड घाट गूंज उठा। समिति के सदस्य दुर्गा प्रतिमाओं को रथ से उतारकर हाथ में पकड़ कर नाव द्वारा मूर्ति का विसर्जन प्रारंभ हुआ।
अश्रुपूर्ण आंखों से मां को दी गई विदाई कल रात देर शाम तक सभी मूर्तियों के विसर्जन होने की उम्मीद कुशभवनपुर अपने परंपरागत रीति रिवाजों को संभाल कर कर रखता है जो आने वाली पीढ़ी आगे बढ़ाती है जिसके आगे प्रशासन को झुकना पड़ा।
बीते सालों से गोमती नदी में ही माता का विसर्जन होता आया है और इस साल भी नदी में ही मां का विसर्जन हुआ