ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन ने रद्द किया भारत का दौरा, गणतंत्र दिवस पर थे मुख्य अतिथि

 

हाल ही में यह न्यूज़ खबरों में थी कि बोरिस जॉनसन जो कि यूके के प्रधानमंत्री हैं वह भारत में गणतंत्र दिवस के दिन आएंगे।

हर वर्ष भारत अपने गणतंत्र दिवस के दिन किसी दूसरे देश के राजनेता को आमंत्रित करता है और किसी दूसरे देश के राजनेता आकर हमारे साथ हमारे गणतंत्र दिवस  मनाते हैं।

और इसीलिए इस बार गणतंत्र दिवस पर  बोरिस जॉनसन का आना निश्चित हुआ था।

बोरिस जॉनसन का भारत आना किस प्रकार लाभदायक था भारत के लिए!

बोरिस जॉनसन के भारत आने से भारत को कई प्रकार के फायदे थे।

बोरिस जॉनसन जी ब्राजील के नेता के नाम से भी जाना जाता है उनके भारत आने से भारत को अपने व्यापार में फायदे होते जो कि भारत की व्यापार के लिए बहुत ही लाभदायक है।

बोरिस जॉनसन चाहते थे कि भारत बिजी 7 देशों में शामिल हो जिसके लिए भारत को आमंत्रण देने के लिए भी गणतंत्र दिवस पर आना चाहते थे।

क्युकी भारत का ब्रिटेन के साथ बहुत ही अच्छा व्यवहार है तो बोरिस जॉनसन का भारत आना भारत के लिए बहुत ही अच्छी बात होती।

अब क्यों नहीं आएंगे बोरिस जॉनसन?

बोरिस जॉनसन का कहना है कि यूपी में आए करोना की नई स्ट्रेन की वजह से वह भारत नहीं आना चाहते।

हाल ही में कोरोना की वजह से यूके में 60 हजार से ज्यादा केस पहली बार दर्ज किए गए।

आज इसका कारण माना जा रहा है कि करोना कि नई स्ट्रेन है।

करोना कि वायरस में उत्परिवर्तन की वजह से कोरोना की नई स्ट्रेन आ गई थी।

और इसके फैलने की दर वर्तमान के कोरोना से 70% अधिक है।

जिसके नाते भारत में ब्रिटेन से आने वाली अपनी सभी फ्लाइटों को रद्द कर दिया था।

अब तक गया सूत्रों के अनुसार 60 से अधिक लोगों में इस नए कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में भी पाया गया।

जिसकी वजह से बोरिस जॉनसन ने भारत आने से इंकार कर दिया।

उनका कहना है कि ब्रिटेन में आई इस नई समस्या से जूझना उनके लिए ज्यादा जरूरी है और अगर वह भारत आते हैं तो उन्हें बहुत ही नुकसान होगा क्योंकि ब्रिटेन की जनता भी इसे पसंद नहीं करेगी।

इसलिए बोरिस जॉनसन भारत नहीं आएंगे।

तो क्या इस बार भारत में गणतंत्र दिवस पर कोई भी राजनेता नहीं आएगा?

इस बात को सुनने के बाद हम सभी के मन में विचार आता है कि क्या इस बार भारत में कोई भी दूसरी देश के राजनेता नहीं आएंगे।

पर ऐसा नहीं है इस बार भी भारत में दूसरे देश के राजनेता आएंगे।

बोरिस जॉनसन के मना करने के बाद अब भारत में दक्षिणी अमेरिका के एक देश सूरीनाम के राष्ट्रपति आएंगे।

सूरीनाम के राष्ट्रपति जिनका नाम चंद्रिका प्रसाद संतोषी है वह भारत आएंगे।

वह भारतीय मूल के ही हैं उनका जन्म बिहार में हुआ था।

अब देखना होगा कि श्रीराम के राष्ट्रपति के आने से भारत को किस प्रकार के फायदे या नुकसान होते हैं

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