कोरोना काल में करें तुलसी के पत्ते का प्रयोग जो आपके इम्यूनिटी बढ़ाने में करेगी मदद
धार्मिक मान्यता के अनुसार हमारे देश में तुलसी का उपयोग पवित्र और शुद्ध माना जाता है।
हमारे धार्मिक ग्रंथ के अनुसार प्रत्येक महिलाएं एवं पुरुष इसका पूजन तुलसी माता के रूप में करते हैं।
तो आइए देखते हैं तुलसी हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना हद तक लाभकारी है।
सर्दियों में मिलेगी निम्न बीमारियों से छुटकारा।
तुलसी के पत्ते का सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर ठीक होता है।
जिसके कारण शुगर के बढ़ने की संभावना कम हो जाती है। तुलसी के पत्ते का प्रतिदिन सेवन करने से हमारे शरीर को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
तुलसी के पत्ते का प्रयोग प्रतिदिन में करने से हमारे शरीर का वजन भी कम होता है और हम कमजोरी भी महसूस नहीं करते है।
कोरोना के इस संकट काल में तुलसी के पत्तों का प्रतिदिन सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ाने के अलावा भी बहुत सारे फायदे हैं।
कोविड-19 के बढ़ने से तुलसी का महत्व अत्यंत बढ़ गया है।और इसकी मांग भी पहले से ज्यादा हो गई है।
कोरोना कोई सामान्य बीमारी नहीं है यह वैश्विक महामारी है। जिससे छुटकारा पाने के लिए सारे लोग विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों दवाओं का प्रयोग करने में लगे है।
सर्दी के मौसम में तुलसी के पत्ते का प्रयोग सर्दी जुकाम से दूर रहने के लिए भी किया जाता है।
तुलसी के पत्ते में विटामिन सी जिंक आयरन के अलावा सिट्रिक टारटरिक मैलिक एसिड पाया जाता है।
तुलसी की पत्तियों में एन्टी इंफ्लेमेटरी एवं एन्टी बैक्टीरियल गुण तत्व पाए जाते हैं। जिससे हमारा शरीर स्वस्थ और निरोगित रहता है ।
तुलसी के पत्ते का बेहद फायदेमंद लोकप्रिय काढ़ा
तुलसी के पत्ते एवं काली मिर्च का काढ़ा सर्दी जुकाम एवं गले की खराश को कम करता है। जो सर्दियों में हमारे स्वास्थ्य के लिए रामबाण साबित होता है।
तुलसी का पत्ता एम्यूनिटी सिस्टम मजबूत करने मे कारगर साबित हुआ है। तुलसी का पत्ता क्षारीय(एल्काइन)होता है।
जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायता करता है। डब्ल्यूबीसी को बढ़ाने में मदद करता है जिससे रोग होने की संभावना बहुत कम रहती है ।
तुलसी के सेवन से निम्न बीमारियों से मिलती है राहत
तुलसी के सेवन से ब्लड शुगर लेवल कम होता है और डायबिटीज जैसी समस्या से मुक्ति मिलती है।जिससे शुगर होने की संभावना बिल्कुल खत्म हो जाती है ।
तुलसी के पत्ते का सेवन प्रतिदिन चाय में करने से वजन भी कम होता है।यदि किडनी में पथरी हो गई है तो शहद मे तुलसी अर्क का प्रयोग उससे निजात दिलाता है।
शहद में तुलसी का अर्क मिलाकर नियमित सेवन करने से किडनी की पथरी खत्म हो जाती है,और हमारा स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक हो जाता है। अतः हमें तुलसी के पत्ते का प्रतिदिन सेवन करना चाहिए।
तुलसी का सेवन कैसे करें
सही तरीके से तुलसी के पत्ते का उपयोग हमारे लिए काफी फायदेमंद होता है।
तुलसी के पत्ते को पानी में उबालकर और स्वाद के लिए उसमें थोड़ा-सा शहद और नींबू मिलाकर आप उसका सेवन कर सकते हैं या हमारे लिए अत्यंत लाभदायक होता है।
तुलसी के पत्ते की चाय की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह कैसे मुक्त होता है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होता।
तुलसी के पत्ते को चबाकर बिल्कुल ना खाएं
तुलसी के पत्ते को चबाकर नहीं खाना चाहिए क्या हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। इसमें पारा की मात्रा पाई जाती है
जो हमारे दांतो के लिए नुकसानदायक है। तुलसी में प्राप्त पारा दांतो की ऊपरी परत को खराब करता है,और मल त्याग में भी परेशानी उत्पन्न करता है।
तुलसी का पत्ता प्रकृति में अम्लीय होता है और इससे आपका मुंह क्षारीय होता है। यही कारण है कि हमें नुकसान पहुंचा सकता है। अतः इसका प्रयोग उचित एवं व्यवस्थित ढंग से करना चाहिए।
तो आप तुलसी का प्रयोग अवश्य करें। हमारे शरीर के लिए हर तरफ से काफी उपयोगी माना जाता है।