हाल ही में यह खबर आई है कि इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत में कोई भी मुख्य अतिथि नहीं आएंगे
इससे पहले यह माना जा रहा था कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत के मुख्य अतिथि के रूप में आएंगे
- ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन ने रद्द किया भारत का दौरा, गणतंत्र दिवस पर थे मुख्य अतिथि
- भारत संविधान दिवस पर संपन्न हुई बैठक
लेकिन ब्रिटेन में बढ़ रहे कोरोना वायरस के चलते उनका भारत आना कैंसिल हो गया।
जिसके बाद सूरीनाम के राष्ट्रपति का आना तय हुआ और अब यह भी पता चल रहा है कि वह भी कोरोना की वजह से भारत नहीं आ पाएंगे।
जिसके कारण भारत इस बार बिना किसी मुख्य अतिथि के गणतंत्र दिवस मनाएगा
इसके साथ ही बांग्लादेश से एक सेना की टुकड़ी भी भारत के गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने के लिए आएगी।
क्या इससे पहले भी कभी ऐसा हुआ है?
पिछले 55 सालों में आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि हमारे देश के गणतंत्र दिवस में कोई मुख्य अतिथि ना आए
इस बार अपना 72 वां गणतंत्र दिवस मना रहे।
पहले गणतंत्र दिवस से ही हम हर साल एक मुख्य अतिथि को बुलाते हैं।
किंतु वर्ष 1966 में हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की मृत्यु के बाद हटा होमी जहांगीर बाबा की मृत्यु के बाद जब भारत शोकाकुल हो गया था तो उस बार भी बिना किसी मुख्य अतिथि के गणतंत्र दिवस मनाया गया था।
ऐसा अभी तक सिर्फ एक ही बार हुआ है और यह दूसरी बार होने जा रहा है ,कि भारत में गणतंत्र दिवस बिना किसी मुख्य अतिथि के मनाया जाएगा।
अब देखना होगा कि भारत के इस गणतंत्र दिवस में किस प्रकार से सरकार कोरोना वायरस के चलते कम भीड़ तथा कम लोग लोगों की उपस्थिति में गणतंत्र दिवस मनाती है