चिकित्सक की मदद के लिए आगे आऐ योगी आदित्य नाथ

लखनऊ

बताते चलें कि पिछले एक साल से लखनऊ के राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की डॉक्टर शारदा सुमन कोरोना मरीजों का इलाज कर रहीं थीं। गर्भवती होने के बावजूद वो ड्यूटी करती रहीं। 14 अप्रैल को वह खुद संक्रमण की चपेट में आ गई थीं। तब वो आठ माह की गर्भवती थीं। 19 अप्रैल को तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और एक मई को उन्होंने स्वास्थ्य बच्चे को जन्म दिया। हालांकि इस बीच संक्रमण के चलते उनका फेफड़ा पूरी तरह से खराब हो गया।

डॉक्टर्स ने फेंफड़ो के प्रत्यारोपण की सलाह दी जो कि काफी खर्चीला था।मूलरूप से बिहार के आरा निवासी डा. शारदा सुमन के पति भी बिहार में रेजिडेंट हैं। प्रत्यारोपण में इतनी धनराशि खर्च करने में उनका परिवार सक्षम नहीं था। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद (सी.एम.एस) और डॉ. राजन भटनागर के साथ उन्होंने मुख्य मंत्री से मुलाकात कर डॉ. शारदा की जान बचाने के लिए फेफड़े के प्रत्यारोपण का विकल्प बताया था।
इसके बाद तीन दिनों में ही मुख्य मंत्री योगी ने कमेटी बनाकर धनराशि जारी कर दी। अब चेन्नई में महिला डाक्टर का फेफड़ा प्रत्यारोपण कराया जाएगा। संकट की इस घड़ी में परिवार के लोग सरकार की मदद का धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि इस कदम से कोविड सेवा कर रहे अन्य डॉक्टरों का हौसला और बढ़ेगा।

ब्यूरो महेंद्र राज शुक्ल

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