चीन और रूस के बीच हुआ समझौता
चीन और रसिया ने समझौता किया है कि बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण एक दूसरे को बता कर करेंगे।
वैसे भारत पाकिस्तान में भी यही एग्रीमेंट हुआ है।
चीन और रूस के बीच यह समझौता 2009 में हुआ जो दिसंबर 2020 में खत्म हो रहा था।
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जिसे पूरा 10 साल के लिए आगे बढ़ा दिया गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच यह 2004 में हुआ।
किसके पास है कौन-कौन सी मिसाइल?
रूस के पास R_36m नामक एक मिसाइल है।
जिसे दुनिया की सबसे पावरफुल बैलेस्टिक मिसाइल माना जाता है।
यह एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक मारने की क्षमता रखती है।
यह 16000 किलोमीटर दूर तक चलाई जा सकती है।
उसका वजन 8800 किलोग्राम का है।
रूस और चीन के बीच एक एग्रीमेंट हुआ है जिसे पावर ऑफ सरबिया कहते हैं।
इसमें रूस द्वारा चीन को पेट्रोलियम गैस पाइपलाइन द्वारा अमूर नदी के नीचे से भेजी जाएगी।
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रसिया और चाइना के बीच अमूर नदी द्वारा बॉर्डर बनता है।
रूस के पास मिसाइल को दूर से ही छोड़ देने वाली s-400 मिसाइल है।
जो भारत द्वारा भी खरीदी जा रही है।
इस मिसाइल को खरीदने के कारण अमेरिका ने तुर्की पर हाल ही में काटता एक्ट लगा दिया है।
देखना होगा कि रूसकी इस बढ़ती हुई ताकत से चीन और भारत को किस प्रकार के फायदे और नुकसान होते हैं।