इस तूफान के चलते तमिलनाडु में पब्लिक हॉलीडे डिक्लेअर कर दिया गया है।
22 national disaster response force की टीम तमिलनाडु में पहुंच गई है।
चेन्नई में पानी के बहाव को नापा जा रहा है जिससे कि पानी अपनी सीमा से अधिक ना बह सके।
जिसके साथ ही तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी काफी तेज बरसात हुई है जिसके कारण वहां हाई अलर्ट कर दिया गया है।
इस तूफान की चाल 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा है।
यहां पर 3300 रिलीफ कैंप बनाए गए हैं।
किस प्रकार का नुकसान लेकर आ रहा है यह तूफान?
दक्षिण और बंगाल की मध्य खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र द्वारा अवसाद में तेज होने की उम्मीद है।
चेन्नई में मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटों में एक चक्रवर्ती तूफान में बदल जाएगा।
इसके 25 नवंबर को उत्तरी तमिलनाडु के पुडुचेरी और मल्लाल पुराम में कराई कल के बीच लैंडफॉल बनने की संभावना है।
चेन्नई और पुडुचेरी सहित 22 अन्य जिलों में भारी वर्षा की संभावना है।
नामकरण के अनुसार एक बार यह बन जाता है तो इसे बंगाल की खाड़ी में चक्रवात को निवार नाम से जाना जाएगा।
चक्रवात आने से पहले कैसे पता चलता है इसका।
दुनिया भर में हर महासागर के बेसिन में बनने वाले चक्र वादों को क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विभाग केंद्र आर एस एम सी ट्रॉपिकल साइक्लोन वार्निंग सेंटर टी सीडब्ल्यूसी द्वारा नामित किया जाता है।
भारत में मौसम विभाग आईएमडी और 5:30 सीडब्ल्यूसी सहित दुनिया भर में 6 आर एस एम सी है।
एक आर एस एम सी के रूप में आईएमडी एक मानक प्रक्रिया का पालन करने के बाद बंगाल और अरब सागर की खाड़ी सहित उत्तर हिंद महासागर में विकसित होने वाले चक्र वादों का नाम देता है।
आईएमडी को चक्रवात और तूफान के विकास पर क्षेत्र के 12 अन्य देशों को सलाह जारी करने के लिए भी अनिवार्य है।
चक्रवात का नामकरण कैसे किया जाता है?
बंगाल की खाड़ी हिंद महासागर और अरब सागर में चक्रवात के नाम 8 देशों द्वारा तय किए जाते हैं।
उनमें से प्रत्येक 8 देशों के नाम को सूचीबद्ध करता है ।
जिसे इन देशों के अधिपति द्वारा अनुमोदित किया जाता है।
इसलिए हर बार की सूची में 64 नाम है ।
भारत में पहला चक्रवात नाम अग्नि था जिसे 2004 में दिया गया।
भारत के आखरी चक्रवात का नाम वायु था जिसे 2019 में दिया गया
भारत द्वारा हाल ही में जिन 13 नामों को सुझाया गया उनमें से गति तेज मुर्सी आग एवं जोर प्रभाव नीर प्रभंजन अंबुज जलाधी और वेगा शामिल है।
जिन देशों को चक्रवात के नाम मिलते हैं, वह हैं भारत, पाकिस्तान ,ओमान, म्यानमार ,बांग्लादेश ,मालद्वीप ,श्रीलंका और थाईलैंड।
देखना होगा कि आया हुआ यह चक्रवात तूफान किस तरह का कहर मचाता है भारत में