कोरोनावायरस की दूसरी लहर में जहां लोग दर-दर भटक रहे हैं। अपने परिवार के लोगों की जान बचाने के लिए लोग एक अस्पताल से दूसरे अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं।
वही इस महामारी में आपदा में अवसर की तलाश करते हुए कई झोलाछाप डॉक्टर और दोयम दर्जे के नर्सिंग होम मरीजों की जान से खेलने में बाज नहीं आ रहे ।
यह तस्वीरें आज दोपहर की है जो जिले के पहले नर्सिंग होम डॉक्टर फरीदी नर्सिंग होम की है। दरियापुर ओवर ब्रिज के निकट इस नर्सिंग होम के सूत्रों के मुताबिक यहां घंटों की ऑक्सीजन की कीमत 2 से ढाई हजार रुपए वसूल कर मरीजों को मौत गंभीर मरीजों को मौत बाटी जा रही है ।
बताया जाता है कि पिछले एक सप्ताह के भीतर यहां 10 से 15 मरीजों की मौत हो चुकी है ।आश्चर्यजनक बात यह है कि इस अस्पताल में केवल एक बी यू एम एस डॉक्टर आसमा मुजीब फरीदी है ।जो कि गंभीर बीमारियों के इलाज करने में मैं भी अपने आपको महारत दर्शाती हैं।
इनके अलावा इस अस्पताल में एक कथित डॉक्टर जियालाल भारती है जिस की डिग्री को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर स्टोर कर रखे गए हैं जिनके दम पर यहां मरीजों को लाया जा रहा है और ऑक्सीजन के नाम पर उनसे जमकर वसूली हो रही है।
ऑक्सीजन के बदले मरीजों को मौत मिल रही हैं।आज सुबह बिलहरी के राम स्वयंवर पाल को उनके परिजनों ने यहां भर्ती कराया। बताया जाता है कि उनका ऑक्सीजन लेवल और शुगर शुगर की शिकायत थी। इसके बावजूद रुपए वसूलने के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।
कुछ ही घंटों के भीतर उनसे 8 से दस हजार रुपये ले लिए गए और कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप था कि इलाज के नाम पर सिर्फ ऑक्सीजन मास्क लगाया गया था। सिलेंडर में ऑक्सीजन थी या नहीं यह भी उन्हें पता नहीं।
क्योंकि भर्ती होने के बाद उनकी हालत सुधरने के बजाए और भी बिगड़ने लगी थी। इस अस्पताल की कई बार पूर्व में मुख्य चिकित्सा अधिकारी तक से शिकायतें हो चुकी हैं।
लेकिन सीएमओ कार्यालय से गठजोड़ के चलते कार्यवाही नहीं हुई इस संबंध में सीएमओ से बात करने की कोशिश की गई तो सीएमओ डॉ धर्मेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है यदि शहर में ऐसा हो रहा है तो इसकी जांच करवाएंगे।