पत्रकारों पर हो रहे जानलेवा हमला हो रही हत्याओं पर नाराज पत्रकारों ने सौंपा जिलाधिकारी को ज्ञापन

बीते कई माह से हो रही है पत्रकारों की हत्या व उनके परिजनों पर जानलेवा हमले

बताते चलें कि गत माह पत्रकार सूरज पांडे का शव संदिग्ध परिस्थितियों में कानपुर आउटर केबिन के पास पाया गया था । मृतक पत्रकार के परिजनों ने एक महिला दरोगा व चालक पर हत्या का संदेह व्यक्त किया था। विवादित दरोगा व ड्राइवर की गिरफ्तारी किए जाने व आर्थिक सहायता की मांग को लेकर जिला अधिकारी के आवास पर आज पत्रकारों ने मिलकर ज्ञापन सौंपा इस ज्ञापन की अगुवाई जिले के वरिष्ठ पत्रकार व बीजेपी नेता अरुण दिक्षित, अनिल अवस्थी, कुमकुम तिवारी, पत्रकार अनुराग त्रिवेदी, प्रकाश शुक्ला, धीरज तिवारी, शेखर गुप्ता, महेंद्र राज शुक्ला, विशाल सिंह चौहान, सुधीर शुक्ला राहुल पांडे, शुभम निगम, मयंक तिवारी, पिंकू सिंह, अभय कुमार दीक्षित, अश्वनी अवस्थी, अरुण शंकर दीक्षित, अमित त्रिवेदी सहित आधा सैकड़ा पत्रकार मौजूद रहे।

गौरतलब है कि पत्रकार सूरज पांडे की हत्या के संदर्भ में पत्रकार के परिजनो ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस विभाग की एक महिला दरोगा व एक चालक को नामित किया था। बीते दिनों जांच के बाद पुलिस विभाग को कुछ व्हाट्सएप चैट भी मिले थे जिसके आधार पर पत्रकार सूरज पांडे का उक्त महिला दरोगा के साथ पैसे का लेनदेन भी चल रहा था पर अभी तक पुलिस विभाग ने अपने मातहतों की गिरफ्तारी में ढील बरती है। इससे रुष्ट हो सभी पत्रकारों ने आज जिलाधिकारी महोदय उन्नाव को ज्ञापन सौंपा। पत्रकार सूरज पांडे अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला व्यक्ति था इस कारण सभी पत्रकार बंधुओं ने जिलाधिकारी महोदय से पीड़ित परिवार को ₹50,00000 की आर्थिक सहायता व परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग भी की।

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