बीएसएफ जवान की हुई मौत,घर में मचा कोहराम

प्रतापगढ़

एम्स दिल्ली में इलाज के दौरान बीएसएफ के जवान की मंगलवार रात मौत हो गई। बुधवार को दिवंगत जवान का शव घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। भारी संख्या में ग्रामीण भी दिवंगत जवान को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

प्रतापगढ जनपद के पट्टी कोतवाली क्षेत्र के धनगढ़ गांव के कमल सिंह (49) पुत्र समर बहादुर छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में बीएसएफ में कांस्टेबल पद पर तैनात थे।

 

एक माह पहले उनकी ड्यूटी के दौरान तबीयत खराब हो गई थी। पहले प्राथमिक उपचार बीएसएफ अस्पताल में कराया गया लेकिन जब हालत गंभीर हुई तो उन्हें इलाज के लिए नई दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सेना के जवान की मौत पर बराबरी का दर्जा न मिलने पर नाराज हुए मृतक सूबेदार श्यामलाल यादव के परिजन

 

दो दिन पूर्व उनकी हालत कुछ ज्यादा ही खराब हो गई और मंगलवार रात उनकी मौत हो गई। परिजन और साथी सैनिक बुधवार को उनका शव लेकर गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया।

 

पत्नी अनुराधा, बेटी चेतना (24), बेटा अमन (21), बेटी एकता (19) का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। कमल सिंह छह भाइयों में तीसरे नंबर पर थे।

सीमा सील,अस्पताल बना छावनी

 

उनका शव लेकर दिल्ली से परिजन व छत्तीसगढ़ बटालियन 132 के रमेश कुमार द्विवेदी की अगुवाई में सैनिक वाहन से गांव लाया गया। जहां पर हजारों की भीड़ जुट गई। पुलिस लाइन से आए सिपाहियों ने सलामी दी।

तहसील प्रशासन के नहीं पहुंचे अधिकारी

सैनिक की मौत की सूचना के बाद भी तहसील प्रशासन की तरफ से कोई अधिकारी व कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। जिससे लोगों में खासी नाराजगी देखी गई।

खेल के दौरान बच्चे की मौत, परिजनों में कोहराम

 

मौके पर तहसील के मुखिया उप जिला अधिकारी डीपी सिंह भी नहीं पहुंचे। तहसीलदार के साथ नायब तहसीलदार ने भी यहां पहुंचना मुनासिब नहीं समझा। हजारों की भीड़ के बीच नम आंखें अधिकारियों को कोस रही थी।

प्रतापगढ़ जनपद से दुर्गेश तिवारी की रिपोर्ट बी न्यूज़

Leave a Comment