शुभम तिवारी / बी न्यूज़ अयोध्या
भगत सिंह, देश का वह ऐतिहासिक व्यक्तित्व जिसका नाम भर ही युवाओं में रोमांच पैदा करता है।
23 मार्च से भगत सिंह एवं साथियों के बलिदान को याद करते हुए शहीदी सप्ताह भी मनाया जाता है और उनकी भूमिका तथा प्रासंगिकता को प्रतिवर्ष नए सिरे से विमर्श में लाया जाता है।
इसी के साथ साथ यह कहना भी अतिश्योक्ति न होगा कि आज भी तमाम नवजवान उनके सिद्धांतों पर जीने मरने की कसमें खाते हैं।
इसी कड़ी में अवध विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के कारण अपनी विशेष पहचान रखने वाले साकेत महाविद्यालय में छात्रों ने 23 मार्च को एक गोष्ठी आयोजित कर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
साकेत महाविद्यालय के छात्रसंघ भवन के परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव के 81 वें शहादत दिवस पर अपनी बात रखते हुए मुख्य अतिथि सुलतानपुर जनपद के लोकप्रिय शिक्षक बृजेन्द्र नाथ तिवारी ने शहीदों की बलिदानी जीवन गाथा पर विस्तार से प्रकाश डाला।
सभी प्रमुख संगठन एवं विविध विचारधारा के छात्र नेताओं की कार्यक्रम में एक साथ मौजूदगी भी चर्चा में रही।
एक तरफ इसे जहां शहीद भगत सिंह की सर्वमान्यता एवं वक्ता की सर्वप्रियता से जोड़ कर देखा जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ नए शैक्षणिक सत्र में छात्रसंघ चुनाव की उम्मीदों व अटकलों के बीच नए प्रयोगों से जोड़ कर भी देखा जा रहा है।
बकौल आयोजक छात्र आदर्श मिश्र ने बताया कि छोटी छोटी बातों से ऊपर उठकर नई पीढ़ी को ऐसी ही नई चेतना की आवश्यकता है जो समाज में समरसता और नवसृजन स्थापित कर सके।