महिला सीट आरक्षित होने के बाद अध्यक्ष पद के लिए कई महिला दावेदार

चन्दौली

शोएब की रिपोर्ट चन्दौली/बी न्यूज़

चन्दौली: टिकट पाने की चाह में दावेदारों की बढ़ती जा रही है दिन प्रतिदिन धड़कने। शासन की और दे आरक्षण प्रक्रिया सामान्य महिला आरक्षित होने के बाद आदर्श नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने वाले लगभग एक दर्जन महिला प्रत्याशियों का चेहरा अब खुलकर धीरे-धीरे सामने आ रहा है।

इस बार नगर पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव गहमागहमी के बीच देखने को मिलेगा। फिलहाल सपा और भाजपा से टिकट पाने वालों की लंबी कतार लगी हुई है सूत्रों की माने तो हर महिला दावेदार के पति अपने-अपने पार्टियों के नेताओं से अपने हैसियत यानी खर्च का ब्यौरा के साथ अपनी दावेदारी जमा रहे हैं।

2017 में संपन्न हुए निकाय चुनाव की समीक्षा करें तो स्वर्गीय अशोक बागी ने राजद के चुनाव चिन्ह लालटेन से परचम लहराया था। भाजपा के राजकुमार जायसवाल को पराजित किया था। सपा के प्रत्याशी रवि प्रकाश चौबे भी तीसरे स्थान पर बने रहे बसपा के अफसार खां चौथे नंबर पर रहे है।

वहीं भाजपा से बगावत करके रमेश गुप्ता ने निर्दलीय के तौर पर जोर आजमाइश की पांचवे नंबर पर बने रहे। हालांकि इस बार के चुनाव में वह दृश्य आपको देखने को नहीं मिलेगा।क्योंकि इस बार चुनाव मैदान में स्वर्गीय अशोक बागी की पत्नी पूर्व चेयरमैन मीरा जायसवाल सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने की दावेदारी ठोक रही हैं । कई बार सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ चुके लेकिन आज तक जीत हासिल नहीं हुई|

2012 के हुए चुनाव में सपा समर्थित प्रत्याशी बनकर रवि प्रकाश चौबे को जीत हासिल हुई थी। सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने के लिए नये प्रत्याशियों का भरमार है अजय गुप्ता अपने पत्नी किरण गुप्ता के भरोसे सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने का भरोसा जता रहे हैं। वही रमेश गुप्ता अपने पत्नी सुशीला गुप्ता के भरोसे साइकिल की सवारी कर टिकट पाने की चाह में है।

बसपा के सिंबल पर चुनाव लड़ चुके हैं अफसार अहमद खां इस बार अपनी पत्नी माहिन को समाजवादी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ाना चाहते हैं विजय यादव एडवोकेट भी समाजवादी पार्टी से अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने की इच्छा जाहिर की हैभाजपा मे भी टिकट पाने की होड़ है|

तीन पंचवर्षीय से बीजेपी हार रही है यहां तक की पूर्व मुख्यमंत्री व गृह मंत्री रक्षा मंत्री रह चुके राजनाथ सिंह का गृह नगर है और जब बीजेपी चुनाव हारती है तो अखबार की सुर्खियां इन्हीं के नाम से शुरुआत होती है। लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी लगातार प्रयास कर रही है किसी ऐसे जिताऊ प्रत्याशी को मैदान मे उतारा जाये जो इस बार भारी मतों से जीत दर्ज कर सके।

भाजपा से टिकट मांगने वालों की करे तो गौरव श्रीवास्तव पूर्व सभासद है अपनी पत्नी अर्चना श्रीवास्तव को आगे लाकर टिकट मांग रहे हैं। कैलाश जयसवाल अपनी पत्नी आरती जयसवाल को मैदान में उतार दिया है और टिकट की दावेदारी जमा दी है। महिला सीट होने के नाते महिला नेत्री दिव्या जायसवाल भी टिकट पाने की रेस में आगे चल रही हैं।

सुषमा जायसवाल भी टिकट मांगने वालों में से एक अलग नाम है सुनील जायसवाल अपने माता लाखों देवी के भरोसे बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने का दावा ठोका हैटिकट ना मिलने पर उठ सकता है बगावत क शुर। सूत्रों की माने तो कई ऐसे सपा और भाजपा में टिकट मांगने वालों में से प्रत्याशी हैं जो पहले से विकल्प तैयार कर चुके हैं अगर टिकट नहीं मिला तो पाला बदलने की भी तैयारी है।

माने तो कोई लालटेन तो कोई हाथी के सहारे भी चुनावी नैया पार कर सकता है। सपा या भाजपा या अन्य किसी पार्टी द्वारा किसी प्रत्याशी पर मुहर अभी नहीं लगा है अधिसूचना जारी होने के बाद यह सिलसिला शुरू हो जाएगा

Leave a Comment