खबर अमेठी से है जहां एक मामा ने अपने ही सगे भांजों को अनाथ कर बहन को विधवा कर दिया।
मामला बीती 1 मार्च का है। संग्रामपुर थाना क्षेत्र के करौंदी निवासी सुधीर श्रीवास्तव अमेठी से घर वापस जा रहे थे कि इसी बीच रास्ते में पहले से ही घात लगाए बैठे साले व उसके साथियों ने बाइक सवार सुधीर को पहले हाकियों से मारा, गिर जाने के बाद सुधीर को गोली मार दी जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
इस मामले में एक अभियुक्त को पुलिस ने दूसरे दिन ही दिन ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था उसके बाद से लगातार पुलिस अभियुक्तों की खोजबीन मे दबिश देती रही।
बीती रात अमेठी कोतवाली पुलिस ने अमेठी अंतू रोड के बाईपास पर वाहन चेकिंग के दौरान संदिग्ध बाइक सवार को रुकने का इशारा किया लेकिन बाइक सवार ने पुलिस पर फायर कर दिया।
अपने बचाव में पुलिस ने गोलियां चलाई जो अभियुक्त के पैर में जा लगी और उसे पुलिस ने पकड़ लिया। अंधेरे का फायदा उठाकर एक साथी मौके से फरार होने में कामयाब रहा जिसकी तलाश में पुलिस कांबिंग कर रही है।
तलाशी के दौरान आशीष मिश्रा पुत्र कामता मिश्रा निवासी मंडौली के पास 1 तमंचा व 315 बोर का कारतूस बरामद हुआ।
पूछताछ में अभियुक्त आशीष मिश्रा ने बताया कि दिनांक 01.03.2021 को हथकिला के पास सुधीर श्रीवास्तव को मैंने व मेरे दोस्त संजीव पाल दोनो लोगों ने मिलकर मारा था ।
सुधीर श्रीवास्तव 5 वर्ष पूर्व मेरी बहन को भगाकर शादी कर लिया था तभी से मैं व मेरे पिता ने सलाह किया था कि किसी न किसी दिन उसकी हत्या कर देगें ।
1 मार्च को मौका मिला तो हम लोगों ने सुधीर श्रीवास्तव को गोली मार दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई । हमलोगों ने अपना बदला ले लिया, हमें कोई पछतावा नहीं है।
घटना का खुलासा करते हुए एसपी अमेठी दिनेश सिंह ने मीडिया को बताया मामला प्रेम प्रसंग का था।
मृतक ने अभियुक्त की बहन से शादी कर ली थी जिससे वह उससे खुन्नस रखते हुए सबक सिखाने के प्रयास में लगा रहा और मौका मिलते ही उसने बहनोई की गोली मारकर हत्या कर दी।
एसपी ने बताया इसके पहले भी आशीष मिश्रा के खिलाफ मारपीट व एससीएसटी व गुंडा एक्ट में 5 मुकदमे पहले से भी दर्ज हैं।
उसे जेल भेजा जा रहा है। तीसरे अभियुक्त को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा, उसके ऊपर भी 3 मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं।