यूँ तो लगभग सभी सरकारी विभागों के कर्मचारी नित नये उद्यमों से अपनी अपनी जेबें भर सरकार को चूना लगा रहे है उसे बदनाम करने मे लिप्त हैं पर विद्युत विभाग का अंदाज ही निराला है।
ताजा मामला उन्नाव जिले की बीघापुर तहसील के भगवंत नगर फीड़र का प्रकाश मे आया है।फीडर से जुड़े लगभग सभी ग्रामों मे पोस्ट मीटरों की मासिक रीडिंग होना तो दूर अधिकाँशतः मीटर ही नही लगे हैं।फलतः उपभोक्ता साल दो साल मे एक बार छूट की घोषण़ा होने पर ही बकाया बिल जमा कर रहे है वो भी निम्नतम दरों पर जबकि लोड़ कम नही है।घर घर आधुनिक विद्युत उपकरण़ व सबमर्सिबल पंप के जल का दुरुपयोग देखा जा सकता है।एक ओर नये कनेक्शन हेतु यदि उपभोक्ता विभागीय अधिकारियों से संपर्क करता है तो तमाम कागजी खानापूर्ति मालूम होती हैं वहीं दूसरी ओर विभागीय कर्मी ही शार्ट कट बताते हुऐ नज़र आते हैं।आपूर्ति भी पूर्णतया राम भरोसे ही चल रही है।यदि गांवों मे लोड कम तो लाइन ब्लास्ट व ट्रांसफार्मर आऐ दिन क्यों जलते है।