उत्तरप्रदेश :
कांग्रेस, सपा-बसपा जैसे किसान विरोधी राजनीतिक दल नहीं चाहते देश का किसान आर्थिक रूप से मजबूत और सशक्त हो,
किसान बिल किसानों को दलालों व पूँजीपतियों के चंगुल से करेंगा मुक्त : भाजपा
किसान बिल में minimum समर्थन मूल्य एवं सरकारी खरीद की व्यवस्था पूर्ववत रहेगी लागू,
सरकार और व्यापारी तीन दिन में करेंगे किसानों को भुगतान,किसान अपने अनाज को देश में कही भी बेच सकेगा
सुलतानपुर:
भाजपा जिला अध्यक्ष डाॅ आर.ए.वर्मा ने रविवार को राज्यसभा से उपज व्यापार एवं वाणिज्यिक विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन
- किसान विरोधी बिल को मुद्दा बनाकर सपाइयों का हल्ला बोल
- स्पीकअपफ़ॉरफॉरमर्स अभियान के तहत यूपी कांग्रेस ने बुलंद की आवाज़, 12 हज़ार लोगों ने लिया हिस्सा
तथा कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 के पारित होने पर खुशी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी को हार्दिक धन्यवाद दिया और सभी किसानों को बधाई भी दी।
डाॅ वर्मा ने कहा कांग्रेस ,सपा-बसपा जैसे विपक्षी दल नही चाहते कि देश का किसान आर्थिक रूप से मजबूत और सशक्त हो।
उन्होंने परिश्रमी किसानों को ( अन्नदाताओं को ) बधाई देते हुए कहा कि
यह बिल न केवल कृषि क्षेत्र मात्र में अमूल चूल परिवर्तन लाएगा अपितु देश के सभी किसान भाइयों को अपने फसल के भंडारण और विक्रय की पूरी आजादी देंगे
- भारतीय किसान यूनियन का अनावरत धरना प्रदर्शन आज 37 वे दिन भी रहा जारी
- कई दिनो से लापता नव विवाहित दूल्हे का शव मिलने से परिवार मे मचा हड्कम्प
वाराणसी :
वाराणसी क्षेत्र के उपाध्यक्ष श्री रामचन्द्र मिश्रा ने कांग्रेस पार्टी को किसान विरोधी बताते हुए स्पष्ट किया कि
संसद में पारित विधेयकों से अन्नदाता किसानों को आजादी मिली है।
इससे सभी भारतीय किसानों की इनकम को दोगुनी करने के प्रयासों को नया रास्ता मिलेगा और जिससे उनकी समृद्धि सुनिश्चित होगी।
किसानो को उनकी उपज बेचने का सरकारी समर्थन मूल्य लागू रहेगा।पहले विभिन्न प्रकार के टैक्स किसानो को ही भरने पडते थे
अब फसल खरीदने वाले को देना होगा।सरकार द्वारा सरकारी खरीद की व्यवस्था पूर्ववत लागू रहेगी।
सरकार और व्यापारी को तीन दिन में करना होगा किसानों को भुगतना।
किसान बिल किसानों के विकास और आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए मील का पत्थर साबित होगे।
रणजीत कुमार सांसद प्रतिनिधि एवं भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता विजय सिंह रघुवंशी ने कहा
आजादी के 70 सालों में किसानों के सशक्तिकरण के लिए जो कदम नहीं उठाये गये उसे प्रधानमंत्री ने साकार रूप दिया है।
पहले किसान भाई अपने उत्पादों को मंडी में ही बेचने पर विवश थे,
उनके पास कोई सहूलियत नहीं थी किन्तु इन विधेयकों के पारित होने से किसानों को पुराने घिसे पिटे सभी बंधनों से आजादी मिली है
तथा अब किसान अपनी मर्जी का मालिक होगा।
किसानों को देश में कही भी अपनी उपज बेचने का विकल्प देकर उन्हें सशक्त और पहले से अधिक मजबूत बनाया गया है।
अब इन बिलों के पास होने से हमारे किसान भाइयों की पहुंच भविष्य की टेक्नोलॉजी तक आसान होगी।
जिस कारण उपज तो बढ़ेगी ही, साथ ही बेहतर परिणाम सामने आएंगे। यह एक स्वागत योग्य कदम है।
भाजपा सरकार किसानों की काफी हद तक मदद कर रही है जो एक राहत का संदेश है
Bahut achha 👌
Rahat bhari khabar