दो दिवसीय जिला संतमत सत्संग का 30वां बार्षिक अधिवेशन का हुआ आयोजन।

झारखण्ड

झारखण्ड से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट बी.न्यूज़


 दुमका जिला के रामगढ़ के लखनपुर पंचायत के लखनपुर काली मंदिर के पास विशाल मैदान में दो दिवसीय जिला संतमत सत्संग का 30वां बार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया गया।

जिसमें भागलपुर के कुपा घाट तथा दुमका पुसारो से पधारे महर्षि मेंही के परम शिष्य भागीरथ महाराज , महर्षि परमहंस महाराज द्वारा भजन, संकीर्तन तथा अमृत वाणी प्रवचन को सुनने के लिए अनेक क्षेत्रों से हजारों की संख्या में भक्त लखनपुर संतसंग पंडाल पहुंचे तथा संतो के दिव्य वाणी को सुना।

अपने प्रवचन में महर्षि भागीरथ महाराज ने लोगों को संतसंग के महत्व को बताया और कहा संतसंग ज्ञान के बिना मनुष्य पशु के समान है।बिना संतसंग ज्ञान से मनुष्य को न तो ईश्वर की प्राप्ति हो सकती है और न ही उन्हें मौक्ष की प्राप्ति हो सकती है।

संतों ने कहा आज मनुष्य ईश्वर को भुलाकर नश्वर शरीर से प्रेम करने लगा है धन कमाने के चक्कर में पारिवारिक माया मोह में पड़कर अपने अराध्य देव ईश्वर को भुला दिया है।

आज लोगों को मोह माया ,लालच, इष्या छोड़कर परोपकारी बनना चाहिये,जीवों में दया करना चाहिए, अपने माता पिता गुरु जनों का आदर सत्कार करने वालों को यश, विद्या , ज्ञान की प्राप्ति है।

ऐसा करने वालों को ईश्वर तथा मौक्ष दोनों की प्राप्ति होती है। और जिस मनुष्य के पास संतोष रुपी धन है वही मनुष्य सबसे बडा धनवान तथा ईश्वर का भक्त होते हैं।संतमत सत्संग का आयोजन लखनपुर कमिटी द्वारा आयोजित किया जा रहा है।

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