कानपुर
कानपुर से राजेन्द्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़
अपने लिए तो दुनिया मे हर लोग जीवन जीते है जो खुशी कन्याओ के विवाह समारोह कराने मे सुखी और शाति मिलती है उसका एक अलग आनन्द होता है।
ऐसी ही सोच रखने वाली जय बाबा योगेश्वर सेवा समिति के पदाघिकारियो सुनील बहमचारी,रमापति झुनझुनवाला,राकेश ओझा व देवेश त्रिपाठी की है।
आज मोतीझील लान मे जब आघा दर्जन बैड के साथ 41 दूल्हा देखकर हजारो की संख्या मे जनसैलाब उमड़ा। बारात मे सबसे आगे घोड़े पर सवार राम लखन, गणेश भगवान की झांकिया ,बजरंग बली बाबा आकर्षण का केंद्र बिन्दु रहे। मोतीझील लान मे पहुंचते ही समाजसेवी सुनील बहमचारी व राकेश ओझा ने दूल्हे व बारातियो का माल्यार्पण कर स्वागत व अभिनन्दन किया।
41 कन्याओ का जयमाल के कार्यक्रम मे श्री योगेश्वर महराज जी के जयकारे लग रहे थे। पैर पूजन के कार्यक्रम मे हजारो लोगो ने शिरकत किया। विदाई के समय बाबुल की दुआये लेती जा गीत पर समाजसेवियो की आखे नम हो गई। इस बाबत राकेश ओझा लहरी ने कहा कि इस विवाह समारोह मे कन्याओ को यह वचन भी लिया गया अपने ससुराल मे जाकर सास ससुर की सेवाज करना व अपने पति की आज्ञा का पालन करना।
अन्तराष्ट्रीय असहाय अनाथालय की राष्ट्रीय अध्यक्ष मीना द्विवेदी ने कहा कि हमारी टीम सुनील बहमचारी के नेतृत्व मे 18 वा विवाह समारोह करा रही है। जिसमे गरीब कन्याओ को चुनकर उनका विधि विधान से शादी समारोह कराया जाता है आज 41 कन्याओ का विवाह समारोह कराया गया।
इस कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से महापौर प्रमिला पाण्डेय, रघुनंदन सिंह भदौरिया,महेश त्रिवेदी, दिलीप कुमार मिश्रा, सुरेश अवस्थी,सलिल विश्नोई, कमिश्नरआनन्द प्रकाश तिवारी,अभिताभ बाजपेई ने वर- वघू को आशीर्वाद दिया व उनके उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना किया।
कार्यक्रम संयोजक सुनील बहमचारी ने बताया कि 41 कन्याओ मे एक कन्या विकलांग है। 17 के माता पिता नही है। सभी कन्याये बहुत गरीब है। सामूहिक विवाह का पहला कार्यक्रम 20 वर्ष पूर्व मनाया था। इस कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से उमेश शुक्ला,देवेश त्रिपाठी,राकेश ओझा,राजेश अग्रवाल, रमापति झुनझुनवाला, अशोक मिश्रा, नीलम शुक्ला,प्रीति अवस्थी,एकता दुबे,सोना द्विवेदी आदि लोग मौजूद रहे।