संत शिरोमणि रविदास जी ने समाज को एक सूत्र में पीरोने सामाजिक कुरुतियों को दूर करने तथा सबकी भलाई का पाठ सिखाया- सांसद श्रीमती रीति पाठक
रवि प्रसाद प्रजापति/बी न्यूज़ मध्य प्रदेश
संत रविदास जी की जयंती जिला मुख्यालय सिंगरौली सहित जनपद एवं ग्राम पंचायतों में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। वहीं जिला स्तरीय समारोह का आयोजन कलेक्टेड कैम्पस में सीधी-सिंगरौली सांसद श्रीमती रीति पाठक के मुख्य अतिथि में एवं सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री
रामलल्लू वैश्य,देवसर विधायक सुभाष रामचरित वर्मा,कलेक्टर राजीव रंजन मीना के गरिमामय उपस्थिति में आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए सासंद श्रीमती पाठक ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी का उद्देश्य सदैव प्रासंगिक रहे। उन्होने समाज को एक सूत्र में पिरोने,समाजिक कुरुतियों को दूर करने तथा सबकी भलाई का पाठ सिखाया है।
अपनी मेहनत की कमाई का उपयोग तथा समाज एवं गरीबो की मदद उनके जीवन का लक्ष्य रहा। आज हम ऐसे महान संत की जयंती मना रहे हैं जिन्होने समाजिक बुराईयों का जोरदार विरोध किया और समता मूलक सामाजिक,राजनितिक व्यवस्था की परिकल्पना प्रस्तुत की। उन्होने कहा कि समाजिक समरसता के अध्यात्मिक उपासक संत
शिरोमणि रविदास जी का जीवन संघर्षो व चुनौतियों की महागाथा है। उनकी रचनाएं अनमोल है। आज हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर अंतिम छोर के व्यक्तियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। आज उनकी जयंती पर हम जाति मुक्त भेदभाव मुक्त समता व समानता पर आधारित समाज की स्थापना का संकल्प लें। वहीं सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री रामलल्लू वैश्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। संत रविदास जी की महिमा को देख कई राजा और रानियों भी उनकी शरण में आकर भक्ति मार्ग से जुड़े उन्होने जीवन भर समाज में फैली कुरुतियां जैसे जातिपाति के अंत के लिए काम किया।संत रविदास जी के भक्त उन्हें सतगुरू जगत गुरू आदि नामों से पुकारते हैं। मीराबाई भी संत रविदास से बहुत प्रभावित थी। इनका जन्म तथ्यों के आधार पर 1377 के आसपास माना जाता है। वहीं इनका जन्म स्थली काशी वाराणसी में है। संत रविदास जी के जीवन का लक्ष्य समाज एवं गरीबों की मदद के लिए रहा। उनकी अनेक रचनाएं अद्भूत है। उन्होने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी अंत्योदय के लक्ष्य को लेकर काम कर रहे हैं। जिसका लाभ आज अंतिम छोर के व्यक्ति को भी प्राप्त हो रहा है। वहीं देवसर विधानसभा के विधायक श्री सुभाष वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे देश भारत में सदियों से अनेक महान संतो ने जन्म लेकर इस भारत भूमि को धन्य किया है। जिसके कारण भारत को विश्वगुरू कहा जाता है और जब-जब हमारे देश में ऊंच नीच भेदभाव जाति पाति धर्म भेदभाव अपने चरम अवस्था पर हुआ तब हमारे देश भारत में अनेक महापुरू षों ने इस धरती पर जन्म लेकर समाज में फैली बुराईयों,कुरूतियों को दूर करते हुए अपने बताए हुए सच्चे मार्ग पर चलते हुए भक्ति भावना से पूरे समाज को एकता सूत्र में बांधने का काम किया है। ऐसे महान संतो ने गुरू रविदास जी का नाम आता है। जो 15वीं सदी के एक महान समाज सुधारक दार्शनिक कवि और धर्म की भेदभावना से ऊपर उठकर भक्ति भावना दिखाते हैं। उन्होने कहा कि संत रविदास जी ऊंच नीच की भावना तथा इश्वर भक्ति के नाम पर किए जाने वाले विवादों का सारहीन तथा निरर्थक बताया और सबको परस्पर मिल जुलकर प्रेम पूर्वक रहने का उद्देश्य दिया। वहीं कलेक्टर श्री राजीव रंजन मीना ने संत शिरोमणि रविदास के महान गाथाओं को अवगत कराते हुए कहा कि महान संत गुरू रविदास जिन्हें रैदास के नाम से भी जाना जाता है।
जीवन का मुख्य उद्ेश्य सदाचार पर हित भावना सदव्यवहार अभिमान त्याग कर विनम्रता एवं शिष्टता के व्यवहार को जन-जन तक पहुंचाना रहा है। राज्य सरकार अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण हेतु जो योजनाएं संचालित की हैं। उसके तहत जिले में हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी साकेत मालवीय ,अपर कलेक्टर डीपी बर्मन,जनपद पंचायत के अध्यक्ष भोला वर्मा,संयुक्त कलेक्टर विकास सिंह,बीपी पाण्डेय,एसडीएम ऋषि पवार,नगर निगम आयुक्त आरपी सिंह,सहायक आयुक्त आदिवासी विकास संजय खेडक़र,वरिष्ठ समाज सेवी विनोद चौबे,संदीप शुक्ला,मुकेश तिवारी,आशीष शुक्ला,संजय दुबे,मधू झा,आशा गुप्ता,लक्ष्मण सिंह ओयाम,रामशिरोमणि शाह,सुदामा कुशवाहा सहित जिला अधिकारी उपस्थित रहे।