भरत से गले मिले रघुराई, चहुंओर बजने लगी बधाई

प्रतापगढ़

प्रतापगढ़ जनपद से बी न्यूज़ की रिपोर्ट

प्रतापगढ़ जनपद के पट्टी तहसील में लगे एतिहासिक मेंले में पूरी रात नगर भ्रमण करने के बाद बुधवार सुबह बीच शहर में भगवान श्रीराम ने भरत को गले लगाया तो मौजूद श्रद्धालुओं की आंखे भी नम हो गईं। चारों ओर से पुष्पवर्षा के साथ जयकारे लगने लगे।

महिलाएं मंगलगीत गाते हुए भगवान की आरती उतारने लगी। आतिशबाजी से पूरा आसमान गड़गड़ाने लगा। मौका था नगर के तीन दिवसीय मेले के अंतिम दिन आयोजित भरत मिलाप का।

नगर में होने वाले तीन दिवसीय दशहरा मेले के अंतिम दिन मंगलवार रात को भरत मिलाप का आयोजन हुआ। शाम होते ही पूरे नगर की सड़के विधुत रोशनी से जगमग हो उठीं।

कलात्मक चौकियों के कलाकार भक्तिमय प्रदर्शन करते हुए निकले तो श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। पूरी रात देखने के लिए श्रद्धालु डटे रहे। जैसे जैसे भोर होती रही लोग भरत मिलाप स्थल पर जुटने लगे।

चौक से आगे प्रतापगढ़ रोड पर राम-भरत मिलाप के लिए तैयारियां की गई थीं। मंच पर पहले से ही अतिथिगण विराजमान थे। सुबह करीब छह बजे एक ओर से भगवान श्रीराम व दूसरी ओर से भरत का रथ पहुंचा। मंच पर पहुंचने के बाद जैसे ही भगवान श्रीराम ने भरत को गले लगाया चारों ओर से पुष्पवर्षा होने लगी और जयकारो से पूरा पट्टी नगर गूंज उठा।

पुरोहित श्याम शंकर दुबे ने मंत्रोच्चार के बीच आरती सम्पन्न कराया। इसके बाद सबसे पहले पूर्व मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ऊर्फ मोती ने भगवान की आरती उतारी, इसके बाद एसडीएम देश दीपक, तहसीलदार अनिल कुमार राय, सीओ दिलीप सिंह व कोतवाल नंदलाल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने चारों भाइयों के साथ मां जानकी व हनुमान जी की आरती उतारी।

संचालन रामचरित्र वर्मा ने किया। इस दौरान अर्जुन प्रताप सिंह, आशीष खंडेलवाल, पंकज सिंह, अशोक कुमार गुप्ता, कमला पति जायसवाल, अनिल कुमार खंडेलवाल मौजूद रहे।

दल व मंडल संचालक पुरस्कृत श्री रामलीला समिति ने भरत मिलाप में कलात्मक चौकियों का प्रदर्शन करने वालों व दल निकालने वालों को भी पुरस्कृत किया। आठ चौकियों को कुल 15 हजार 200 रुपये दिया गया।

जबकि विधुत मंडल कलात्मक झांकी के आयोजक को 5 हजार पांच सौ रुपये और रोड लाइट लगाने वाले आयोजकों को दो हजार एक सौ रुपये प्रदान किए गए।

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