प्रतापगढ़
प्रतापगढ़ से बी न्यूज की रिपोर्ट
आसपुर देवसरा ब्लॉक मे धरने पर बैठे ग्राम प्रधान बीडीओ आलोक पांडेय के आने का इंतजार करते रहे लेकिन वह शाम नहीं पहुंचे। ग्राम प्रधानों ने आरोप लगाया कि वह जानबूझकर ब्लॉक नहीं आए। यही नहीं बीडीओ अपना फोन भी रिसीव नहीं कर रहे हैं।
प्रभारी सीडीओ के पहुंचने पर खत्म हुआ धरना
ग्रामप्रधानों के धरने की सूचना पर प्रभारी सीडीओ/पीडी आरसी शर्मा सोमवार अपरान्ह साढ़े तीन बजे आसपुर देवसरा ब्लॉक पहुंच गए। उन्होंने बीडीओ के चेम्बर में बैठकर ग्राम प्रधानों की समस्या सुनीं। आश्वासन दिया कि बकाया भुगतान शीघ्र करा दिया जाएगा, उन्होंने ग्राम प्रधानों की अन्य समस्या का निस्तारण कराने का भी आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामप्रधान शांत हुए और धरना खत्म करने का ऐलान किया।
विकास खंड आसपुर देवसरा के अफसरों, कर्मचारियों के लिहाज से नए वर्ष में कार्यदिवस का पहला दिन ही खराब गुजरा। मनरेगा के कार्यों का भुगतान नहीं होने से नाराज ग्राम प्रधान सुबह नौ बजे ही ब्लॉक के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए और किसी अधिकारी, कर्मचारी को अंदर नहीं जाने दिया। सुरक्षा के मद्देनजर आसपुर देवसरा पुलिस के साथ पीएसी के जवान ब्लॉक गेट पर तैनात कर दिए गए।
आसपुर देवसरा विकास खंड की ग्राम पंचायतों में मनरेगा का करोड़ों रुपये बकाया है। अफसरों ने आश्वासन दिया था कि रुका हुआ भुगतान हर हाल में 29 व 30 दिसम्बर को कर दिया जाएगा। ऐन वक्त अफसरों ने सर्वर की खराबी बताकर पल्ल झाड़ लिया। इससे नाराज तमाम ग्राम प्रधान सोमवार सुबह ब्लॉक पहुंचे और मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए। इसके बाद ब्लॉक पहुंचने वाले एडीओ पंचायत सहित किसी भी अफसर अथवा कर्मचारी को ग्राम प्रधानों ने अंदर नहीं जाने दिया।
यह सूचना कर्मचारियों ने उच्च अफसरों के साथ पुलिस को भी दे दी। थोड़ी ही देर में एसओ संजय कुमार पांडेय भारी संख्या में फोर्स और पीएसी जवानों के साथ पहुंच गए। उन्होंने मुख्य गेट से परिसर तक फोर्स तैनात कर दी। एसओ ने ग्राम प्रधानों को समझाकर धरन खत्म कराने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। नतीजा तीन बजे तक ग्राम प्रधान धरने पर बैठे रहे और फोर्स तैनात रही।