स्वामी प्रसाद बोले-श्राप देकर भी कर सकते थे भस्म,21 लाख रुपये बचते, क्या बोले संजय निषाद|

बरसाना

बरसाना से राहुल की रिपोर्ट बी.न्यूज़

पव‍ित्र ग्रन्‍थ रामचर‍ितमानस पर सपा नेता स्‍वामी प्रसाद मौर्य की ट‍िप्‍पणी के बाद अयोध्या के महंत राजूदास ने उनके स‍िर पर 21 लाख का इनाम रखा था। अब स्‍वामी प्रसाद ने नाम ल‍िए बगैर पलटवार करते हुए कहा श्राप देकर भी भस्म कर सकते थे। ऐसे 21 लाख रुपये बचते।

रामचर‍ितमानस की चौपाइयों पर टिप्पणी कर विवादों में आए समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अयोध्या के महंत राजूदास का नाम लिए बगैर उन पर पलटवार किया। महंत ने स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर काटने वाले को 21 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था। इसी ऐलान के बाद स्वामी प्रसाद ने पलटवार किया है।

सपा नेता स्वामी प्रसाद ने अयोध्या के महंत पर किया पलटवार

स्वामी प्रसाद ने इशारों में अयोध्या के महंत के साथ ही बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री पर भी निशाना साधा है। स्वामी प्रसाद ने सोमवार को ट्वीट किया …हर असंभव कार्य को संभव करने की नौटंकी करने वाले एक धाम के बाबा की धूम मची है। आप कैसे बाबा है जो सबसे सशक्त पीठ के महंत होने के बावजूद सिर तन से जुदा करने की सुपारी दे रहे हैं। श्राप देकर भी तो भस्म कर सकते थे। 21 लाख रुपये भी बचता, असली चेहरा भी बेनकाब न होता। स्वामी की टिप्पणी के समर्थन में पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह

रामचरितमानस की चौपाइयों को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी मामले में आश्चर्यजनक रूप से पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह का भी बयान सामने आया है। सिंह ने फेसबुक पर स्वामा की समर्थन करते हुए लिखा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर अभिजात्य वर्ग की प्रतिक्रिया ठीक नहीं है। मौर्य ने रामचरितमानस का अपमान नहीं किया है। मात्र कुश अंशों पर आपत्ति जताई है। उन्हें इसका अधिकार है।

रामचरितमानस मामले में फेसबुक पर की पोस्ट

स्वामी प्रसाद के बयान को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। 1980 बैच के आइपीएस अधिकारी सुलखान सिंह को डीजीपी के पद पर रहते हुए सिंतबर, 2017 में तीन माह का सेवा विस्तार भी मिला था। सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें वर्ष 2019 में पुलिस आधुनिकीकरण व सुदृढ़ीकरण आयोग का अध्यक्ष भी बनाया गया था।

संजय निषाद ने स्वामी प्रसाद मौर्य को बताया अधर्मी

मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को अधर्मी बताया है। सोमवार को अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में संजय निषाद ने कहा कि मौर्य ने रामचरितमानस पर ही नहीं, बल्कि राम भक्तों और मछुआरा समुदाय पर टिप्पणी की है। निषाद ने कहा कि वर्ग विशेष को खुश करने के लिए स्वामी टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम और केवट निषाद के मिलने से रावण का नाश हुआ। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद की बेटी भाजपा से सांसद हैं। यदि उन्हें भाजपा से गुरेज है तो वह अपनी बेटी से त्यागपत्र दिलाएं।

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