अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपने को दे – सीतापुर

मातहतों ने दिखाया पुलिस अधीक्षक के आदेशों को ठेंगा

ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद के महोली कोतवाली का है जहां कोतवाली मे दरोगा के पुत्र को एक दिन का इंचार्ज बनाया गया।जहाँ एक ओर बालिकाओं और छात्राओं को विश्व बाल दिवस व मिशन शक्ति की पहल के कारण पुलिस के अच्छे व्यवहार और बेहतर पुलिसिंग से रूबरू कराना था

वहीं दूसरी ओर इंस्पेक्टर महोली आलोक मणि त्रिपाठी ने एसपी की मंशा को नजरअंदाज करते हुए प्रांशु तिवारी पुत्र के सी तिवारी(इंचार्ज पाता बोझा चौकी) को एक दिन का इंचार्ज बना दिया। संभ्रांत लोगों की माने तो पुलिस कर्मी के बेटे को एक दिन का इंचार्ज बनाना गलत तो नहीं पर इस आयोजन मे सिर्फ बालिकाओं व छात्राओं को ही एक दिवसीय पदभार दिया जाना था।

वस्तुतः आम जन मे सरकारी नौकरी के लिए पहले से ही पे एण्ड सर्व की भावना बलवती हो चुकी है ऐसी स्थिति मे उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के उत्कृष्ट प्रयास की जनमानस मे तरीफ होती रही और अभिभावकों मे यह सराहना भी होती रही कि उनकी पुत्री ने एक दिन के लिए ही प्रशासनिक अधिकारी बन उनके ख्वाब को साकार कर दिया।

सीओ सदर ने इस बाबत कोई भी जानकारी होने से इंकार करते हुए कहा है कि ऐसा नहीं होना चाहिए यदि ऐसा हुआ है तो इंस्पेक्टर से इस बाबत वार्ता की जाएगी

Leave a Comment