झारखण्ड
झारखण्ड से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट बी.न्यूज़
जामा प्रखंड अंतर्गत सेजाकोड़ा स्थित श्री भर्ग महादेव मंदिर प्रांगण में चले रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन रविवार को हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन कर किया गया। इस दौरान मुख्य यजमान बिरेन्द्र मंडल, अमर मंडल, हराधन मंडल समेत कमेटी के सभी सदस्यों ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली।
इसके पश्चात 108 कुंवारी कन्याओं समेत हजारों लोगों को प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। कथावाचक पं यशोदा नंदन जी महाराज ने 7 दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बतायी। उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा।
उन्होंने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है।
कथावाचक ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है। पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात व तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन। जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। हर कथा या अनुष्ठान का तत्व सार होता है जो मन बुद्धि व चित्त को निर्मल कर देता है।
मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। भगवान को लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है। कथा समापन के दिन विधि विधान से पूजा करवायी। दोपहर तक हवन और भंडारा कराया गया।
इस मौके पर रोहित यादव, काजल मुखर्जी, उदय कांत यादव, बुलेश यादव, किशोर यादव, मनबोध मंडल, विशाल मंडल, टुनटुन मंडल, प्रेम सागर मंडल, गुड्डू यादव, संजीत कुमार, शेरा, मुन्ना राय, चंदन कुमार आदि मौजूद थे।