उन्नाव से राजेन्द्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़
-
रिकार्ड भी ई-ग्राम स्वरोजगार ऐप पर मिलेगा
पंचायतीराज विभाग में चल रही विभिन्न योजनाओं के तहत किस पंचायत को कितना पैसा आबंटित किया गया है और पंचायत ने कितने पैसे का उपयोग किया है। यह सब जानकारी ई-ग्राम स्वराज ऐप पर मिलेगी। ई ग्राम स्वराज पोर्टल ग्राम पंचायतों के ऑनलाइन रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए एक वेब-आधारित पोर्टल है, जो पंचायती राज संस्थानों के लिए विकेंद्रीकृत योजना प्रगति रिपोर्टिंग और कार्य-आधारित लेखांकन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
भारत सरकार की ओर से यह ऐप तैयार किया गया है । इसे पंचायती राज के लिए सरलीकृत कार्य आधारित लेखा अनुप्रयोग के रूप में जाना जाता है। लोगो को इस ऐप के बारे में जागरूक करने के लिए पंचायतीराज विभाग की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
इस दौरान पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह बतौर मुख्यअतिथि मौजूद रहे। इसमें हिमाचल सहित आठ राज्यों के पंचायत प्रतिनिधियों, ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधिकारियों और प्रदेश ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
हर पंचायत में इसके क्रियान्वयन और लोगों में जागरूकता पैदा करने को लेकर कार्यशाला में विचार साझा किए गए। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कार्यशाला में संबंधित मंत्रालय के संयुक्त सचिव एपी नागर हरियाणा के एसीएस ए मलिक उत्तराखंड कर्नाटक पंजाब हरियाणा ओडिशा और उत्तर प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
ई-ग्राम स्वराज ऐप के फायदे
ई-ग्राम स्वराज पोर्टल विकास परियोजनाओं की विकेंद्रीकृत योजना की सुविधा प्रदान करेगा। इस प्रकार पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए नियमित अपडेट प्रदान करेगा। विभिन्न परियोजनाओं के लिए कार्य की स्थिति की जानकारी मिलेगी।
धन आवंटन सहित ग्राम पंचायतों द्वारा चल रही विकास गतिविधियों से संबंधित जानकारी हासिल होगी। पंचायत गतिविधियों से संबंधित सभी विवरण पंचायत की जानकारी पंचायत विकास योजना आदि और पंचायती राज मंत्रालय के सभी कार्यों को देख सकते हैं।
ई-ग्राम स्वराज पर पंचायत सचिव और पंच के बारे में विवरण ऑनलाइन भी प्राप्त किया जा सकता है। ई ग्राम स्वराज पोर्टल अभिलेखों के रखरखाव के कार्य को सरल करेगा। ई-ग्राम स्वराज पोर्टल के माध्यम से सभी कार्यों की निगरानी और रिकॉर्डिंग से गांवों में परियोजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन में भी मदद मिलेगी।