जरमुंडी अस्पताल में लगी आग: जीवन रक्षक दवाइयां एवं महत्वपूर्ण कागजात हुआ जलकर खाक |

झारखण्ड

झारखण्ड से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट बी.न्यूज़

दुमका जिला के जरमुंडी प्रखंड स्थित पुराना सीएचसी बिल्डिंग से शनिवार की सुबह आग की बड़ी-बड़ी लपटें उठती देखी गई। जिससे अस्पताल में रखी जीवन रक्षक दवाइयां ऑक्सीजन सिलेंडर व महत्वपूर्ण कागजात जलकर खाक हो गए।

इसी बीच घटना की जानकारी मिलते ही जरमुंडी पुलिस एवं अग्निशमन कर्मी मौके पर पहुंच आग बुझाने में जुट गए। जहां काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। उधर आगजनी की घटना को स्थानीय लोग अस्पताल प्रशासन की सुनियोजित साजिश बता रहे हैं। जिससे भ्रष्टाचार में डूबे अस्पताल प्रशासन की कलई नहीं खुले।

सामाजिक कार्यकर्ता निरंजन मंडल एवं केशव कुमार भी इस घटना को एक सोची समझी साजिश करार देते हैं। उनके मतानुसार असामाजिक तत्वों की हरकतों के कारण आग लगता तो एक ही बिल्डिंग के दो अलग-अलग चुनिंदा कमरों में आग नहीं लगाई जाती। जहां महत्वपूर्ण औषधियां एवं आवश्यक कागजात रखे गए हो। मामले पर जरमुंडी के चिकित्सा प्रभारी डॉ रमेश कुमार बाहर रहने का हवाला देकर आधिकारिक प्रतिक्रिया देने से बचते रहे।

वही नप अध्यक्ष पूनम देवी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण एवं स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही मानती है। उनका कहना था कि अस्पताल में रखी लाखों रुपए की दवाइयां एक्सपायर हो जाती है। जिससे हजारों लोगों की जान बचाई जा सकती थी। साथ ही अस्पताल के अहम् दस्तावेजों दस्तावेजों का जलना किसी बड़े घोटाले घपले को छिपाने का षड्यंत्र हो सकता है।

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