झारखण्ड
झारखण्ड से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट बी.न्यूज़
शुक्रवार 19 मई को दुमका जिला के जरमुंडी प्रखंड अंतर्गत नोनीहाट के चंचला स्थान मंदिर प्रांगण, पातालगंगा मंदिर प्रांगण, चंद्रदीप, भालकी, भदवारी सहित अन्य स्थानों पर सुहागिनों का वट सावित्री व्रत को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया|
इस अवसर पर सुहागिनों ने उपवास रख वट वृक्ष की पूजा अर्चना कर अखंड सुहाग का आशीर्वाद मांगा|शुक्रवार सुबह सुहागिन सोलह श्रृंगार कर वट वृक्ष के नीचे पहुंची और पूजा अर्चना कर पुरोहित से सावित्री सत्यवान की कथा सुनी|
पुराने परंपरा के तहत वट वृक्ष की परिक्रमा कर बांस के पंखे से वट देवता को शीतल हवा कर सुहाग की सलामती,परिवार की समृद्धि और खुशहाली का वरदान मांगा |इसके साथ ही सभी सुहागिनों के द्वारा एक-दूसरे को तिलक लगाया|
वही जामा प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु एवं अखंड सौभाग्यवती की कामना को लेकर विधि विधान से वट वृक्ष की पूजा-अर्चना की। ज्ञात हो कि वट सावित्री का यह व्रत ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।
वट सावित्री व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती है। इस दिन व्रत रखकर सुहागिनें वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करती है। वट वृक्ष की पूजा लंबी आयु, सुख-समृद्धि और अखंड सौभाग्य देने के साथ ही हर तरह के कलह का नाश भी करती है। अहले सुबह से वट वृक्ष की पूजा-अर्चना कर अपने पति के दीर्घायु होने की कामना की है।
जामा प्रखंड क्षेत्र के जामा, महारो,लकड़ापहाड़ी, बारापलासी, चिकनिया, कैराबनी, लक्ष्मीपुर, बाबूकदेली, बागझोपा, ताराजोरा, कैराबनी, सेजाकोडा, भैरोपुर आदि गांवों में सुहागिन महिलाओं ने विधि विधान से बट सावित्री व्रत रखा और अपने अपने पति की लंबी उम्र का वरदान मांगा।