सांसद मेनका संजय गांधी ने ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बांस की खेती का किया शुभारंभ

सुल्तानपुर

पूर्व केंद्रीय मंत्री व सुल्तानपुर की सांसद मेनका संजय गांधी ने ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से बांस की खेती के लिए प्रेरित किया है।

श्रीमती गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र के सेमरौना गांव में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बांस की पौध वितरित कर बांस की खेती शुरू कर दी है।
श्रीमती गांधी ने इसके पूर्व पिछले दौरे में ग्रामीण महिलाओं को अपनी आमदनी के लिए मेहंदी नींबू की खेती की शुरुआत करवाई थी।

महाराष्ट्र के लातूर जिले से आए 1500 पौध बीमा बांस की नर्सरी भी वन विभाग ने डाल दी है।नर्सरी तैयार होते ही यह पौधे जिलेभर में सस्ते दरों में उपलब्ध हो जाएंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका संजय गांधी ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं की आमदनी बढ़ाने के लिए जिले में बांस की खेती की शुरुआत की गई है, उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि उनके संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध हो।
सांसद मेनका संजय गांधी ने कहा कि संसदीय क्षेत्र में धनपतगंज व बंधुआ कला में आदर्श थानों की स्थापना पंचायत चुनाव के पूर्व कर दी जाएगी,जिसकी प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है।

स्वतः रोजगार योजना के उपायुक्त जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि अभी शुरुआत में 15 सौ पौधे मंगाए गए थे, जिसका वितरण शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस बांस की गुणवत्तापूर्ण उन्नति किस्म की प्रजाति है,एक ही पौधे में 100 से अधिक शाखाएं निकलती है,दो वर्षों में यह तैयार हो जाता है।इनकी बिक्री के लिए किसानों को बाजार की तलाश नहीं करनी होती।
लाभार्थी राजकुमारी पांडे ने कहा कि उनके समूह की महिलाओं ने बांस की खेती शुरू कर दी है,बांस से अगरबत्ती,कुर्सी का निर्माण कागज का उत्पादन आदि होता है,बांस से जीवन उपयोगी कई अन्य वस्तुओं का भी निर्माण होता है,जिसके लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत उन्हें प्रशिक्षित भी किया गया है।

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