यूं तो आए दिन विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से उन्नाव जिला अस्पताल की बदहाली का सजीव वर्णन किया जाता है पर स्थितियां हम नही सुधरेंगे की पृष्ठ भूमि पर बद से बदतर होती जा रही है।
प्रकरणानुशार किसी भी चिकित्सक के कक्ष को कही भी तब्दील कर दिया जाता है व भटकते हुऐ मरीजों को कोई भी विभागीय कर्मी नियत स्थान नही बता पाता।ऐसा ही मामला प्रकाश मे आया है जहाँ गत् दिसंबर माह से एक मीडिया कर्मी फ्रैक्चर की समस्या को लेकर चिकित्सकाधीन है।लाभ न मिल पाने के कारण चिकित्सक से परामर्श हेतु बाह्य रोग विभाग का पर्चा बनवाकर तीन दिन पस्चात आज ट्रामा सेंटर पर चिकित्सक से मुलाकात होने पर दूसरे चिकित्सक के पास भेंज दिया गया