उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश से राजेंद्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़
- स्मृति चिन्ह व राम नाम का रूपटटा देकर सम्मानित किया
आज शिक्षको की सबसे बड़ी समस्या ओल्ड पेशन की है। उत्तर प्रदेश सरकार से शिक्षको को ओल्ड पेशन दिलाना हमारा मकसद है। बुढ़ापे मे बीमारी के कारण दवा पर सबसे ज्यादा खर्च होता है जब एक विघायक व सासंद पेशन पा सकता है तो एक शिक्षक क्यो नही यह बात एम एल सी विघायक राज बहादुर सिंह चंदेल ने एंटी करप्शन फाउंडेशन आफ इंडिया के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह मे कही उन्होने यह भी कहा कि तदर्थ शिक्षको का विनयमितिकरण कराना भी हमारा मुख्य उद्देश्य है। सरकार शिक्षको की नियुक्त नही कर पा रही है आज प्रदेश मे सैकड़ो शिक्षको के पद खाली पड़े हुये है जिससे विघालयो मे बच्चो को पढ़ाने के लिए विषय शिक्षक उपलब्ध ही नही है। सरकार को इस पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिये।
आज एंटी करप्शन फाउंडेशन आफ इंडिया के डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज दिलीप कुमार मिश्रा आलोक पाण्डेय गोविंद सिंह ने शिक्षक विधायक राज बहादुर सिंह चंदेल को स्मृति चिन्ह व राम नाम का रूपटटा पहना कर स्वागत व अभिनन्दन किया। इस अभिनन्दन समारोह मे प्रमुख रूप से गोविंद सिंह आलोक पाण्डेय दिलीप कुमार मिश्रा सर्वेश तिवारी राजेन्द्र कुमार जग महेंद्र अग्रवाल कमल सिंह यादव आदि लोग मौजूद रहे। ईमानदारी कर्तव्यनिष्ठा व मेहनत से लगातार 6 वी बार विजयी
उन्नाव के राजा शंकर सहाय इन्टर कालेज से अवकाश प्राप्त राज बहादुर सिंह चंदेल 1992 मे पहला चुनाव माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट से लडकर पाण्डेय गुट के चंदभूषण त्रिपाठी को 118 वोटो से हराया था 1998 व 2004 से शर्मा गुट से ही चुनाव लडकर पाण्डेय गुट के प्रत्याशी श्री कान्त द्विवेदी को हराया था उसकी बाद से वह तीन बार से निर्दलीय चुनाव लड़कर 6 वी बार विजयी प्राप्त किया है। इस बार भाजपा ने अपना प्रत्याशी वेणुगोपाल सिंह को उतार कर पूरी ताकत लगा दिया था लेकिन आम शिक्षको मे मेहनत लगन व ईमानदारी से अपनी छवि बना चुके राज बहादुर सिंह चंदेल विजयी होकर एक नया इतिहास बनाया।