मेरी औकात से बढकर मुझे कुछ न देना मेरे मालिक
उन्नाव उन्नाव से राजेन्द्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़ क्यों की जरूरत से ज्यादा रौशनी भी इंसान को अन्धा बना देती है। मालिक के बनाए कायनात में इन्सानी फितूर ने तमाम तरह के दस्तूर कायम कर लिए हैं हालांकि सबके मकसद मालिक के सजदे में कीलें पढ़ने ही होते हैं लेकिन वहम में इन्सानियत को भूल … Read more