चला गदेलो तपता बारा – सवधी मंच

”कथरी कमरी फेल होइ गई , अब अइसे न होइ गुजाराचला गदेलो तपता बारा -2 गुरगुर गुरगुर हड्डी कांपय , अंगुरी सुन्न मुन्न होइ जायथरथर थरथर सब तन डोले , कान क लवर झन्न होइ जायसनामन्न सब ताल इनारा , खेत डगर बगिया चौबाराबबुरी,किलउज़ छान्हि उजारा …चला गदेलो तपता बारा – 2 फिर दिखा हिंदू … Read more