झारखण्ड
झारखण्ड से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट बी.न्यूज़
इन दिनों दुमका ज़िलें के रामगढ़ प्रखंड मे शिक्षा विभाग मे जमकर लुटखसोट हो रहा है जिसे देखने वाला कोई नहीं है जिसके कारण सरकारी विद्यालयों में सरकार के चलाये कल्याणकारी योजनाओं में डाका पड़ने लगा है।
विद्यालय मां सरस्वती का विद्या का मंदिर होता है। विद्यालय में वर्ग कक्ष तथा आसपास के क्षेत्रों में साफ़ सफाई कै लिए सरकार हर बर्ष लाखों करोड़ों रुपये ख़र्च करती है लेकिन उक्त राशि का 75प्रतिशत राशि का गड़बड़झाला कर लिया जाता है।
झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार ने बर्ष 2023 से शिक्षा विभाग के सभी सरकारी विद्यालयों को पुराने रंगरोगन की जगह सफेद रंगों से विद्यालय तथा बोर्डर को हरा रंग से रंगरोगन करने का शक्त आदेश प्राप्त है ।इसके लिए सभी रामगढ़ के सभी सवा दो सौ विद्यालयों में रंगरोगन करने के राशि भी प्राप्त है।
लेकिन रामगढ़ के 75 प्रतिशत विद्यालयों में से किसी विद्यालय के वर्ग कक्ष की रंगाई पुताई नहीं किया गया । विद्यालय के सिर्फ आगे भाग का रंगरोगन कर बाकी सभी वर्ग कक्षों तथा विद्यालय के पिछे भाग को छोड़ दिया गया है। वहीं प्राथमिक विद्यालय जोगिया लीलातरी में शिक्षक द्वारा विद्यालय में सिर्फ आगे भाग की रंगाई पुताई कर बाकी वर्ग कक्ष तथा विद्यालय के पिछै भाग अधूरा छोड़कर राशि का गड़बड़झाला कर लिया है।
वही इस मामले में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी मोहम्मद जबार ने बताया विद्यालय को जितनी राशि मिली है उतना काम हो चुका है। लेकिन पदाधिकारी यह नहीं बता रहे हैं कि किस विद्यालय को इस मद में कितनी राशि मिली है ।वहीं स्थानीय लोगों की शिकायत है कि विद्यालयों में जहां बच्चे पठन पाठन करते हैं कोरोनाकाल से अबतक रंगाई पुताई नहीं होना जांच का विषय है ।लोगों ने उपायुक्त से टीम गठित कर विद्यालयों में आधा अधुरा रंगरोगन करने की जांच की मांग किया है।