अवैध उत्खनन शिवराज सरकार पर हावी दागी एवं बागी खनिज महकमा

बुंदेलखंड

बुंदेलखंड से राजेन्द्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़

बुंदेलखंड में अवैध उत्खनन  नतमस्तक विधायकों का रेत खदानों से मोह कारोबार में अधिकारियों का गठजोड़ बुंदेलखंड में चल रहे सहपाठी व धुंध के खेल में विधायकों का रेत खदानों से अचानक मोह बढ़ गया है। जिसके कारण पूरे क्षेत्र में रेत माफियों की तूती बोल रही है और पुलिस एवं खनिज विभाग के गठजोड़ से लगातार अवैध परिवहन एवं अवैध उत्खनन जारी है। बुंदेलखंड के पन्ना, टीकमगढ़ एवं छतरपुर जिले के विधायकों भी रेत खदानों में अपनी हिस्सेदारी बनाए हुए हैं और लगातार वे रेत माफियों को संरक्षण देकर अवैध रेत का व्यापार संचालित कर रहे हैं।

जिससे जिला प्रशासन और उनके अधीनस्थ आने वाला खनिज विभाग मूक दर्शक बना हुआ है। लवकुशनगर क्षेत्र में भाजपा के दिग्गजों के इशारे पर अवैध रेत की खदानें संचालित हो रही हैं। यह सभी खदानें कांग्रेस से भाजपा के गुर्गे चला रहे हैं जिसके कारण न पुलिस प्रशासन कोई कार्यवाही करता और न ही खनिज विभाग का अमला। शाम ढलते ही रेत खदानों में पोपलीन मशीन एवं जेसीबी मशीन से हजारों की तादाद में ट्रकों और ट्रालों में यह रेत सप्लाई उत्तर प्रदेश में की जा रही है। यह बात भी किसी से छिपी नहीं है।

जिले के आला अधिकारियों को सब जानकारी होने के बाद भी वह चुपचाप हाथ पे हाथ धरे बैठे हुए हैं। गुप्त रूप से एक रेत माफिया ने जानकारी दी कि रेत के इस कारोबार में नेताओं और अधिकारियों का गठजोड़ बना हुआ है तभी यह अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा है। भाजपा के छुटभैया नेता पूरे लवकुशनगर क्षेत्र में जगह जगह अवैध उत्खनन करा रहे हैं और उनके आकाओं को भी इस अवैध रेत के व्यापार में एक बड़ा हिस्सा प्रतिमाह मिलता है।

जिसके चलते वह प्रशासन और शासन पर अपना दबाव बनाए हुए हैं। चंदला विधायक राजेश प्रजापति ने रेत के अवैध व्यापार का मुद्दा कई बार उठाया इसके अलावा उन्होंने विधानसभा में भी यह मामला उठाया परंतु उन्हें भी सहपाठी बना कर शांत कर दिया गया है और वह भी अब प्रशासन की हां में हां मिलाने में लगे हुए हैं । खनिज महकमा नतमस्तक बना हुआ है ।

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