उन्नाव
उन्नाव से राजेन्द्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़
पत्रकार राजेन्द्र कसेरा ने कहा लोकतंत्र को जीवंत रखने के लिए सरकार से कड़े सवाल पूछने वाले पत्रकार बहुत जरूरी हैं । जब भी प्रेस को सत्ता के सामने सच बोलने से रोका जाता है । तब लोकतंत्र की जीवंतता समझौता किया जाता है ।
यदि देश में लोकतंत्र को बरकरार रखना है तो प्रेस को स्वतंत्र रहना चाहिए । जिम्मेदार पत्रकारिता लोकतंत्र को बेहतर भविष्य की ओर ले जाने वाले इंजन के तौर पर काम करती है । 16 वें रामनाथ गोयनका पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए सीजेआई ने कहा समाचार पत्रों ने ऐतिहासिक रूप से सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में काम किया है ।
डिजिटल युग में पत्रकारों के लिए अपनी रिपोर्टिंग में सटीक निष्पक्ष जिम्मेदार और निडर होना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है । आपातकाल के दौर का जिक्र करते हुए सीजेआई ने कहा इंडियन एक्सप्रेस ने तब ओप एड के कोरे पन्ने छापे थे ।
यह याद दिलाता है कि मौन कितना शक्तिशाली है सीजेआई ने कहा 25 जून 1975 हमारे इतिहास में एक निर्णायक क्षण है ।