मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश से सुरेश पटेल की रिपोर्ट बी न्यूज
- सभी लंबित कार्य पूर्ण किये जायें ध्यान रखें, कोई हितग्राही सेवा से वंचित न रहे
- मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय कार्यक्रमों की अद्यतन प्रगति संबंधी समीक्षा बैठक संपन्न
कलेक्टर कार्यालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय कार्यक्रमों की अद्यतन प्रगति संबंधी समीक्षा की। इस दौरान निर्देशित किया प्रथम तिमाही में पंजीयन बढ़ाया जाये, सभी चिन्हाकिंत गर्भवती महिलाओं के प्रसव, संस्था स्तर पर सुनिश्चित किये जायें। शहर में संचालित नर्सिंग होम से डिलेवरी का अद्यतन डेटा भी संधारित किये जाने के साथ एन.आर.सी. में भर्ती योग्य बच्चों की संख्या बढ़ाये जाने के निर्देश दिये। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संगीता त्रिवेदी मौजूद थी।
मातृ स्वास्थ्य अंतर्गत एच.एम.आई.एस. में दर्ज प्रगति अनुरूप अनमोल पोर्टल में डाटा प्रविष्टि न होने पर सीएमएचओ को आवश्यक निर्देश दिये । ऐसे चिन्हित ए.एन.एम. जिनका अनमोल पोर्टल में तकनीकी कारणों से डेटा प्रविष्टि नहीं हो पा रहा है, डेटा संबंधित ब्लॉक में बुलवाकर डाटा एन्ट्री आपरेटर से शत-प्रतिशत एन्ट्री सुनिश्चित कराई जाये। लगातार सेवाओं में लापरवाही बरतने वाली सी.एच.ओ./ए.एन.एम के प्रस्ताव बनाकर एन.एच.एम. कार्यालय में भेजे जाये।
मातृ स्वास्थ्य समीक्षा दौरान चिन्हाकिंत की गई मध्यम एवं गंभीर एनीमिक महिलाओं के प्रबंधन पर चर्चा की। बताया गया कि सभी चिन्हाकिंत हाई रिस्क को प्रोटोकॉल अनुरूप समुचित प्रबंधन किया जा रहा है। जिला चिकित्सालय दमोह में हुए प्रसव डेटा व अनमोल पोर्टल में प्रविष्ट डेटा में 1,250 का अंतर होने पर असंतोष जताते हुए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि आगामी सप्ताह में शत-प्रतिशत एन्ट्री पूर्ण कराने के लिए प्रतिदिन का लक्ष्य संबंधित डेटा एन्ट्री ऑपरेटर को देकर प्रगति पर निगरानी रखी जाये।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. त्रिवेदी ने पॉवर पॉइण्ट प्रजेन्टेशन के जरिए मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, टी.बी., कुष्ठ, अंधत्व, एन.आर.सी. पर अद्यतन प्रगति से अवगत कराया।
टीकाकरण समीक्षा के दौरान मीजल्स-रूबेला प्रकरणों के संबंध में जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि मीजल्स-रूबेला टीकाकृत कुछ प्रकरण सामने आ रहे है। अभी भी पूर्ण टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों को टीकाकृत करने के लिए आगामी सप्ताह में कैचअप राउण्ड चलाया जायेगा।
एन.सी.डी. कार्यक्रम की समीक्षा दौरान कम प्रगति पर नाराजगी जताते हुए अद्यतन प्रगति से प्रतिदिन अवगत कराने के निर्देश मॉनीटरिंग एवं इवोल्यूशन अधिकारी को दिये। लगातार काम में लापरवाही बरतने वाले सी.एच.ओ. को सेवा से पृथक करने के प्रस्ताव एनएचएम कार्यालय में भेजे जायें, ऐसे सी.एच.ओ. जिनके पास लैपटॉप नहीं है, समीपवर्ती ग्राम पंचायत अथवा स्वास्थ्य संस्था में जाकर डेस्कटॉप के माध्यम से डाटा प्रविष्टि का कार्य पूर्ण करायें।
पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा दौरान नोटिफिकेशन प्रगति कम पाये जाने पर असंतोष जताया। डीटीओ को निर्देश दिये कि जिले में सभी प्रायवेट प्रेक्टिशनर्स से शत-प्रतिशत डेटा प्राप्त कर रिपोर्टिंग करें। डेटा न देने वाले क्लीनिक का लायसेंस रद्द करने की कार्यवाही की जायेगी।
दिन और रात के तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव बना हुआ है ऐसे में वायरल एवं बैक्टीरियल इन्फेक्शन पर निगरानी रखी जाये। मच्छर जनित बीमारियों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश जिला मलेरिया अधिकारी को देते हुए कहा कि सभी संवेदनशील क्षेत्रों में रोकथाम के समुचित उपाय किये जाए। समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम के तहत मैदानी स्तर से ए.एन.एम. द्वारा प्रतिदिन रिर्पोटिंग सुनिश्चित कराने के निर्देश एपिडिमियोलॉजिस्ट को दिये। ऐसी ए.एन.एम. जिनके द्वारा 02 बजे तक रिर्पोटिंग नहीं की गई है, से दूरभाष पर समन्वय कर रिपोर्टिंग कराये।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य संस्थाओं में सुरक्षा को लेकर मौजूद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सी.बी.एम.ओ. से चर्चा की गई। बताया गया कि इस हेतु एजेंसी चिन्हित है। जिला चिकित्सालय सहित सभी सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ब्रीथ एनालाईजर रखने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि अस्पताल में मरीजों के भर्ती दौरान उनके साथ आये परिजन जिनके मदिरा सेवन का अंदेशा है, उनकी एन्ट्री गेट पर ही ब्रीथ एनालाईजर से जांच की जाये। उन्हे अस्पताल में प्रवेश न दिया जाये। मरीजों की भर्ती दौरान उनके साथ आये व्यक्ति द्वारा अभद्रता अथवा बेवजह झड़प जैसी स्थिति निर्मित करने पर संबंधित व्यक्ति पर सुरक्षा गार्ड द्वारा जरूरत अनुसार अपने दायित्वों का निर्वहन किया जाये, अन्यथा की स्थिति में संबंधित एजेंसी पर वैधानिक कार्यवाही की जाये।