झारखण्ड
झारखण्ड से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट बी.न्यूज़
बीते सोमवार की अर्धरात्रि बासुकीनाथ धाम में एक बार फिर भीषण अग्निकांड का मंजर लोगों ने देखा। सुरेश कुटीर के पास बारातियों के पटाखे से निकली चिंगारी से आग की बड़ी-बड़ी लपटें उठने लगी। देखते देखते चूड़ी लहठी मनिहारी पीतल एवं चाय पान के आधे दर्जन दुकान जलकर खाक हो गए। आग के तांडव के लपेटे में बासुकीनाथ का एसबीआई ब्रांच भी आ गया। गनीमत रही कि आग पर काबू पा लिया गया फिर भी एसबीआई शाखा की दो एसी सोलर पैनल एवं जिओ टावर जल गया।
अगलगी से चारों तरफ अफरा तफरी मच गई। वैवाहिक स्थल सुरेश कुटीर में ठहरे बाराती और शराती पर आक्रोशित लोगों का भीड़ टूट पड़ा। गुस्साए लोग धर्मशाला में रखे कुर्सी टेबल पर अपना भड़ास निकाला और तोड़फोड़ की। जिससे दर्जनों टेबल कुर्सी को क्षति पहुंची। उधर इस घटना के बाद आग बुझाने पहुंची दमकल की गाड़ी को आक्रोशित भीड़ ने रोक दिया और स्थानीय प्रशासन के विरुद्ध नारे लगाए। इसी बीच कृषि मंत्री बादल भी घटनास्थल पर पहुंच पीड़ितों को सांत्वना की मरहम पट्टी लगाने लगे।
अग्नि कांड पर बोलते हुए बादल ने पीड़ित दुकानदारों को सरकारी प्रावधानों के मुताबिक संपूर्ण सुविधा का भरोसा दिलाया। वही इस तरह की घटना की पुनरावृति से बचने के लिए बासुकीनाथ में डीजे एवं आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने की बात कही। वही आगजनी को लेकर ब्रांच मैनेजर मनीष प्रिय बैंकिंग कार्य प्रभावित होने के साथ तीन से चार लाख तक नुकसान की बात करते हैं।
दरअसल बासुकीनाथ धाम बीते कुछ वर्षों से झारखंड बिहार एवं पड़ोसी बंगाल का मैरिज हब बना हुआ है ।लोगों के पसंदीदा वैवाहिक स्थल बन जाने से यहां लग्न के सीजन में रोज दर्जनों जोड़ी विवाह के बंधन में बंधते हैं । इसी क्रम में लोग माहौल को गुलजार बनाने के लिए रात भर सुध बुध खो कर डीजे और पटाखे की गूंज से आम जनों का जीना मुहाल कर दिया है। मालूम हो कि बासुकीनाथ में रात 10:00 बजे के बाद डीजे एवं आतिशबाजी पर प्रशासनिक प्रतिबंध लगा हुआ है।