झारखण्ड
झारखण्ड से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट बी.न्यूज़
दुमका जिला के जामा चौक स्थित यात्री शेड में शुक्रवार को संथाल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा की एक बैठक इंद्रकांत यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
इस बैठक में झारखंड सरकार के द्वारा दुमका जिला में जिला स्तरीय आरक्षण रोस्टर में पिछड़ी एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग का आरक्षण शून्य कर दिए जाने पर गहरी नाराजगी जताई गई। पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा द्वारा सरकार की पिछड़ा विरोधी नीति की आलोचना की गई।
केन्द्रीय संरक्षक राधेश्याम वर्मा ने कहा कि दुमका जिला में जिला आरक्षण रोस्टर में पिछड़ा वर्ग को 27% प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए इसे अविलंब लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग का आरक्षण शून्य कर दिए जाने के विरोध में आगामी 26 मार्च को दुमका एनआईसी कार्यालय के समीप एक दिवसीय धरना दिया जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष माधव चंद्र महतो ने कहा कि संविधान के दायरे में रखते हुए विरोध प्रदर्शन किया जायेगा और अपने अधिकार की लड़ाई लड़ी जाएगी। आरक्षण लड़ाई के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार है।
अब लोगों को संगठित होने की आवश्यकता है इसके लिए गांव गांव में जाकर लोगों को अपने अधिकारो के प्रति जागरूक करने के लिए नुक्कड़ सभा का आयोजन किया जायेगा।बैठक के उपरांत मोर्चा के द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंककर जमकर नारेबाजी किया।
इस अवसर पर बैठक में संथाल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के केन्द्रीय उपाध्यक्ष प्रेम केशरी, जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर मंडल, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष सह संघर्ष मोर्चा के केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष असीम मंडल, केन्द्रीय महासचिव संदीप कुमार बमबम, अजीत मांझी,जयप्रकाश यादव, जेपी यादव, रंधीर कुमार, प्रमोद जयसवाल, राजकिशोर भगत, संजीव कुमार यादव, आनंदी राउत, आर के दर्वे, अदिति नंदन यादव, कार्तिक कुमार शील, शंभू पंडित, सुनील कुमार, प्रेम कुमार, अशोक भगत, दिपेश राउत, सौरभ यादव, मिथुन कुमार, प्रदीप कुमार दर्वे, अशोक मंडल, अंकित यादव, छोटेलाल, रूपेश, अनूप, विवेक, प्रमोद, श्रवण, आदि दर्जनों अन्य मौजूद थे।