बुंदेलखंड
बुंदेलखंड से राजेंद्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़
- वर्ष 2018 में चुनाव हारने के बाद भी जी जान से समर्पित रहे पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार
राजनीति में एक और कहावत है कि नेता सिर्फ चुनाव जीतने के लिए ही क्षेत्र में आते हैं। इस कहावत को कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार ने बदल दिया है, बीते विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार छतरपुर जिले की चंदला विधानसभा से प्रत्याशी रहे हैं । चंदला विधानसभा क्षेत्र से निर्णायक बोट हासिल कर त्रिकोणीय संघर्ष में रहे l पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार वर्तमान में कांग्रेस में हैं ।
बुंदेलखंड में दलितों पर उनकी निर्णायक पकड़ है । वर्ष 2009 में बसपा के जिलाध्यक्ष छतरपुर वर्ष 2011 में जिला प्रभारी रहे । पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार वर्ष 2013 में इंदौर वर्ष 2015 में टीकमगढ़ वर्ष 2015 में छतरपुर से बसपा के जिला प्रभारी रहे l वर्ष 2020 में बसपा का खजुराहो लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बानाया गया । वर्ष 2018 के विधानसभा के चुनाव में पुष्पेंद्र अहिरवार चंदला विधानसभा क्षेत्र से बसपा के प्रत्याशी रहे और उन्हें 26000 मत पाकर निर्णायक भूमिका में रहे ।
इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के समक्ष पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार ने कांग्रेस में शामिल हो गए । वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार को चंदला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस अपना उम्मीदवार बनाएगी l वर्ष 2018 में चुनाव हारने के बाद पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार ने चंदला विधानसभा क्षेत्र को ही अपना रह वास बना लिया ।
जनता के सुख दुख में दिन हो या रात हो कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार पूरी कर्तव्य निष्ठा व ईमानदारी से समर्पित रहे l विधानसभा के चुनाव बेहद नजदीक है। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस से पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार प्रत्याशी होंगे । केंद्रीय व प्रांतीय नेतृत्व की तमाम सर्वे रिपोर्टओं में कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार की मजबूत दावेदारी मानी जा रही है ।
इसी को आधार मानकर केंद्रीय नेतृत्व ने मन बनाया है कि पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार को ही चंदला विधानसभा क्षेत्र का उम्मीदवार बनाया जाए इस बार कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र कुमार अहिरवार के नाम पर जनता मुहर लगाने के लिए तत्पर है ।