भागवत कथा आम का रस है,इसे पीते रहे-जगद्गुरु रामभद्राचार्य |

पट्टी

पट्टी तहसील से बी.न्यूज़ की रिपोर्ट |

प्रतापगढ़ जनपद के पट्टी तहसील के अंतर्गत जगत गुरु रामभद्राचार्य जी ने कहा की भागवत कथा आम का रस है जब तक यह गले में लिपट न जाए तब तक रस को पीते रहे। इसे सुनने मात्र से ही सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और परिवार का कल्याण होता है।

पद्मश्री से सम्मानित जगतगुरु तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने शुक्रवार को अपने शिष्य व तुलसी पीठ के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास के पैतृक गांव रामपुर खागल में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन व्यक्त की।

कथा के दौरान जगतगुरु ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा आम का रस है इसे पीते रहे। भागवत कथा सुनने मात्र से ही सभी पापों से मुक्ति मिलती है एवं परिवार का कल्याण होता है। राम कृष्ण सीताराम राधेश्याम का नाम हमेशा जपते रहे। कथा वाचक ने कहा कि शेष स्मृति में रहे हमारे अंबिका प्रसाद मिश्र से मैंने वादा किया था कि हम आपको भागवत कथा सुनाएंगे।

आज वह हमारे बीच नहीं है लेकिन वह कहीं ना कहीं इस कथा का आनंद ले रहे होंगे। कथा के प्रारंभ में आचार्य रामचंद्र दास ने श्री जगतगुरु रामभद्राचार्य के और अपने परिवार के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि मेरे बाबा अंबिका प्रसाद के आशीर्वाद से ही गया करने गए थे। और बाबा जी से पूज्य गुरुदेव ने कहा था कि हम आपको श्रीमद् भागवत कथा सुनाएंगे। कथा के दौरान हजारों संख्या में महिलाएं पुरुष बच्चे व बुजुर्ग मौजूद रहे ।

संतों व पूर्व मंत्रियों ने जगतगुरु का माल्यार्पण कर किया स्वागत।
पद्मश्री से सम्मानित पूज्य जगतगुरु रामभद्राचार्य के कथा स्थल पर पहुंचे ही कई जाने-माने संतो व पूर्व मंत्रियों तथा सम्मानित क्षेत्र वासियों ने माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया।
अंबिका प्रसाद मिश्र जी हमार भाई रहेन उनका कथा सुनावई क हम बचन देहे रहे 

अंबिका प्रसाद मिश्रा जी हमार भाई रहेन हम उनका कथा सुनावाई का बचन देहे रहे। आप सब माता, बहिन, भाई , बेटवा लोग आवा और आंनद पूर्वक कथा सुना। जेसी ई कथा ऐतिहासिक बन जाई। जगतगुरु रामभद्राचार्य का यह अवधि भाषा सुनकर पंडाल में जुटे हजारों श्रोताओं ने तालिया बजाकर उनका स्वागत किया।

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