अयोध्या
अयोध्या से राजेन्द्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़
- गांधारी बना पुलिस महकमा रंगबाज का तुगलकी खेल
मामला जनपद के कोतवाली नगर थाना फतेहगंज चौकी क्षेत्र का है जहाँ एक ग़रीब मजदूर को विगत माह उप निरीक्षक सुरेश कुमार गुप्ता द्वारा जाति सूचक माँ बहन की अश्लील गाली देकर व बलात्कार और देह व्यापार के झूठे मुकदमे मे फँसाने की धमकी दी गई थी, पीड़ित किशन ने हमारे व्युरो को बताया कि 19-4-2023 रात लगभग 9 बजे सोनी व उसके साथी अभय ने उसके किराये पर लिए कमरे मे घुसकर उसकी पत्नी के गहने झुमका सोने का पायल चांदी का करधन चाँदी का चोरी किया था|
चोरी की घटना को उसके नाबालिग बेटे अंशू ने देखा था आरोपियों का विरोध करने पर सोनी व उसके साथी ने नाबालिग को क्रूरता से पीटा था, पीड़ित ने घटना उप निरीक्षक को दिया तो उसने कई बार आना कानी की बाद मे चौकी से भगा दिया, पीड़ित ने फोन कर आरोपियों पर कार्यवाही के लिए मिन्नते की तब उसे चुंगी चौराहे पर बुलाकर गंदी गंदी माँ बहन और जाति सूचक गाली दी, अवैध गांजा, अवैध असलहा और आरोपी युवती से फर्जी दरखास्त लिखाकर देह व्यापार और बलात्कार के झूठे मुकदमे मे फँसाने की धमकी दी, पीड़ित के अनुसार उप निरीक्षक सुरेश कुमार गुप्ता एक भ्रष्ट व्यक्ति है|
धन उगाही के लिए वह लोगों के साथ ऐसा करता है लोग डरकर जब उसे रिश्वत देते है तभी वह उनका काम करता है उसके पास पैसा नही था वह बहुत गरीब है उसने चोरी की शिकायत पर कार्यवाही ना होने पर कोतवाली अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी नगर व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को कई बार प्रार्थना पत्र दिया और उन्होंने जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिये लेकिन अधिकारियों को ठेंगे पर रखने वाले दारोगा ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर मामले मे बिना जांचफर्जी रिपोर्ट लगाकर मामले मे लीपापोती करवा दी, लेकिन ना तो चोरी की एफआईआर हुई ना रंगबाज उप निरीक्षक द्वारा प्रताड़ित और अपमानित किये जाने पर कोई कार्यवाही हुई बार उसे कहा गया कि पुलिसकर्मीयों के खिलाफ करेगा तो कोई मदद नही मिलेगी , उप निरीक्षक सुरेश कुमार गुप्ता को क्षेत्राधिकारी का करीबी माना जाता है|
एक अन्य मामले मे उस पर नकली फर्द बनाकर चोरों से बरामद लाखों रुपये के चोरी हुए गहनों को गायब कर हड़पने का भी आरोप है जिसमे पुलिस के उच्च अधिकारीयों के भी शामिल होने की आशंका है उस मामले मे पीड़ित ने न्यायालय मे गुहार लगाई है, क्योंकि उप निरीक्षक सुरेश कुमार गुप्ता को सीओ नगर और एसएसपी ने क्लीनचीट दे दी और लापरवाही बताते हुए विभागीय कार्यवाही का झांसा दे दिया और मामले मे लीपापोती हो गई|
पीड़ित किशन विगत 2 माह से पुलिस अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहा है और दर दर की ठोकर खा रहा है जबकि गालीबाज उप निरीक्षक आरोपियों को बचाने मे सफल रहा है, पीड़ित ने कहा कि दारोगा की धमकी सही होई गवा, जिनगी झंड कै दिहिस, अगर इंसाफ ना मिली तौ आत्मदाह करब ।