उन्नाव
उन्नाव से राजेन्द्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़
एक सच्चा देशभक्त/देशभक्त जिसने पुलिस विभाग में छत्तीस साल तक एक रुपया वेतन पर काम किया। जावेद अहमद डॉ अब्दुल कलाम के बाद जिन अधिकारियों के दिल में जगह बनाई है वो हैं माननीय। जावेद अहमद. जावेद साहब 1980 बैच के आईपीएस अफसर हैं। जो सिर्फ देश सेवा के लिए कार्यरत हैं।
अहमद साहब मूल रूप से उत्तर प्रदेश के नवाब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके परिवार में कोई भी नौकरीपेशा नहीं है। आज भी सब राजसी जीवन जी रहे हैं, अरबों की दौलत के मालिक हैं। अपवाद का कारण पिता के पिता (काजी मुख्तार अहमद) भी एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी थे।
1980 में IPS के रूप में सेवा में शामिल होने के बाद, उन्होंने केवल एक रुपये मासिक वेतन लिया और शेष वेतन को पुलिस कल्याण कोष में जमा करना शुरू कर दिया। नौकरी से सेवानिवृत्त होने तक उन्होंने 36 साल तक इस व्रत का पालन किया।
जावेद साहेब ने सेवा में रहते हुए कभी भी निजी कार्य के लिए सरकारी गाड़ी का प्रयोग नहीं किया। निजी कार का उपयोग करना।
इस सेवानिवृत्त देशभक्त अधिकारी को शत शत नमन