मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश से सुरेश पटेल की रिपोर्ट बी./न्यूज
ये है राम-नामी जनजाति जंगल में रहने वाले ये लोग अपने लगभग पूरे शरीर पर भगवान राम का नाम गुदवाते हैं, वो भी स्थायी रूप से।
इस समुदाय को किसी पुराने समय में श्री राम में मन्दिर में नहीं जाने दिया गया था। तब इनके पूर्वजों ने कहा था कि राम को हमसे छीनकर बताओ तो जाने….राम को हमसे कोई अलग नहीं कर सकता। (जबकी आजकल के कांचले ऐसा कुछ होने पर धर्म बदलने एक मिनट में भागते हैं)।
इस तरह से जनजाति में पूरे शरीर पर राम का नाम गुदवाने की परंपरा चल बसी। आजतक ये जनजाति किसी दूसरे मनुष्य निर्मित तथाकथित धर्म में परिवर्तित न हो सकी।
ये लोग कट्टर रामपंथी होते हैं। अब इस जनजाति के लोग मन्दिर भी जाते हैं । अब परिस्थितियां बदल गयी मगर राम नाम लिखने की परंपरा आज तक न बदली।