उन्नाव
उन्नाव से राजेन्द्र कसेरा की रिपोर्ट बी.न्यूज़
वक्त सिकन्दर है आदमी नहीं। शेर को भी दूम दबाकर वक्त खराब होने पर भागना पड़ता हैं।नदी का उफान खत्म हो जाय तो हर कोई उसकी औकात नाप लेता है। यह प्रकृति का सार्वभौम सत्य है। समय के साथ तो समन्दर को भी झुकना पड़ता है। बड़े बड़े का अंहकार समय ने नष्ट कर दिया। उसका वजूद मिट्टी में मिला दिया। तमाम रियासतें इतिहास बन गई। तमाम बहादुर सूरमाओं का नाम नेपथ्य में चला गया।
तमाम अत्याचारी दुराचारी कल की बात हो गये। वर्तमान फिर एक बार उसी रास्ते पर चल निकला है।आजकल देश का परिवेश लगातार बदल रहा है। हर दिन नए नए कारनामों को पढ सुनकर लोग आश्चर्यचकित हो रहें है। खासकर उत्तर प्रदेश में कायम जरायमपेशा के बेताज बादशाह जिन्होंने अपराध की दुनियां में दहशत पैदा कर अपार सम्पदा के मालिक बन गए और दम्भ के बल पर कानून को ठेंगा दिखाते रहे हैं ।
अपने इशारे पर सत्ता को नचाते रहे है। उनके खात्मा का समय नजदीक आ गया है। यु पी में का बा। का सवाल अब ज़बाब के रूप में चर्चित हो गया। बुलडोजर वाला बाबा। देखिए समय का चक्र जिनके नाम से सियासतदार फक्र करते थे उनकी थम गई रफ्तार। जेल के सीखचों में तड़प रहे सिसक रहें हैं माफिया डान मुख्तार। खत्म हो गया जलवा जलाल। शहंशाही डान अतीक के नजदीक आती मौत ने जो खौफ पैदा किया है|
वह कल दिन भर चर्चा में रहा। डान के मान सम्मान स्वाभिमान का साम्राज्य ध्वस्त हो रहा है। सारा कुनबा मौत के साए में जी रहा है।जनरल गद्दाफी जैसे हूंकार भरने वाले अतीक का वर्तमान और अतीत सब कलंकित होकर मिट्टी में मिल गया। यु पी पुलिस अतीक गुजरात की जेल साबरमती से निकाल कर प्रयाग राज की जेल तक लाने में कोई खेल नहीं कर सकी। लोगों का दिल धड़क रहा था। कब खबर गाडी पलटने की आ जाये।
मगर ऐसा नहीं हुआ आखिर क्यों। यह सवाल बहुत ही पेचीदा है। योगी सरकार अब हर कदम सम्हाल कर डाल रही है।एक ग़लती विकाश दूबे के मामले मे करके योगी सरकार पुलिस के गद्दारों को अभयदान दे दिया। उनका भंडाफोड़ नहीं हो सका। मगर इस बार वह गलती न हो पाए इसका पूरा इन्तजाम किया गया था।खेल तो अब शुरु होगा। माफियाओं के तलवे चाटने वाले सियासी गद्दार व पुलिस के चाटुकार दोनों पर बड़े पैमाने पर गाज गिरने वाली है।
बड़े बड़े सियासतदार जिनका सम्बन्ध अतीक मुख्तार से गहरा रहा है उनकी कुंडली भी खंगाली जायेगी। समाज में आतंक की खेती कराकर सत्ता में मलाई काटने वालों का बुरा दौर शूरू हो चुका है। एक अतीक के सहारे न जाने कितने लगे जायेंगे किनारे।उनके दिन अब लदने वाले हैं! वहीं पुलिस के चाटुकार जो इन माफियाओं के लिए सुरागरसी कर पुलिस महकमे के साथ गद्दारी कर रहे थे उनकी भीअब खैर नहीं।
अतीक अन्सारी व उनके छोटे भाई को प्रयाग राज जेल के तन्हाई सेल में निरूद्ध कर दिया गया है।अदालती पेशी के बाद पुलिस रिमांड की कार्रवाई निश्चित है। लोगों का कहना हैअब सब राज उगले दें अतीक यही उनका प्रायस्चित है। गद्दारों का चेहरा बेनकाब होते ही एक बार फीर उथल पुथल यूपी में मचना तय है।
प्रयाग राज हत्याकांड में अतीक के कुनबे को बचाने के लिए देश के प्रकांड अधिवक्ताओं का समूह लगा हुआ है।
वहीं पुलिस महकमें के भी कुछ चाटुकार कानून के साथ दगा कर अतीक का सगा बने हुए है। जानकारों का मानना है कि योगी सरकार समाज में दहशत का पर्याय बन चुके माफियाओं को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प लें चुकी है। इनके मनोरोगी सहयोगी योगी के दांव से बच नहीं पा रहे हैं।योगी सरकार ने आज महीनों से हो रहे दुष्प्रचार पर विराम लगा दिया। मगर हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं।
विवस और लाचार कर घुट घुट मरने के लिए तन्हाई की काल कोठरी में अतीक को जिन्दा रखकर उनके करिन्दा मारे जायेंगे। जिसको सुन सुनकर हर रोज नसीब ठोकर अतीक पश्चाताप के आंसू रोएंगे मगर साथ कोई नहीं होगा। रावण के तरह दम्भ पालकर कानून को पैरों तले रौंदने वाला आज उसी कानून का निवाला बन गया है।बाप के कर्मों की सजा सारा परिवार भुगत रहा है।आज नहीं तो कल नेपाल में गोलमाल होगा।
जिसकी खबर मनहूसियत लिए नैनी जेल तक पहुंच ही जायेगी।सारा देश चर्चा कर रहा है अतीक का नसीब फूट गया। अल्लाह भी रूठ गया।रमजान के पाक महीने मे इत्तफाक बस नहीं सोची समझी रणनीति के चलते कुशलता के साथ जीवन का गमगीन लम्हा हादसों के बीच से निकल गया।ज़िन्दगी अल्लाह के बन्दगी के सहारे सारे अफवाहों पर विराम लगाती मुस्कराती कानून के पनाहगाह में दाखिल हो गई।
कानूनी खेल का पहला पहर आज शुरु होगा। कल का अपराधिक दुनियां का बेताज बादशाह जो अथाह दौलत का मालिक था आज सिसक रहा है।
इसी लिएकहा गया है पुरुष बली नहीं होत है होत समय बलवान।
सभी को अपने कर्मों की सजा भुगतना ही पड़ता है। खत्म हो गया बड़ा फाटक के अन्दर मुख्तार का दरबार। वहीं अतीक का नसीबधोखा दे दिया। कल क्या होगा पता नहीं।मगर आज तो दहशत का पर्याय बनने वालों के लिए बहुत बुरा है। बुरे काम का बुरा नतीजा ना मानो तो कर देखो जिसने जिसने किया है यारों उसका उसका घर देखो