इटावा
इटावा जनपद से बी.न्यूज़ की रिपोर्ट |
इटावा के अहेरीपुर ग्राम पंचायत में फर्जी डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है। जबकि डॉक्टरों से इस विषय में बात की गई तो उन्होंने बड़ी बड़ी डिग्री का हवाला देते हुए। बताया की मेरे पास एमबीबीएस की डिग्री और बंगाली क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन भी बताया है।
जबकि मौके पर जा कर देखा तो न तो डॉक्टर साहब की डिग्री मिली और न ही रजिस्ट्रेशन के पेपर प्राप्त हुए। बंगाली डॉक्टर के द्वारा केवल फोड़ा फुंसी का उपचार करते है। बल्कि बोतल इंजेक्शन और अन्य दवाईया भी देते है।
जहां अपने आप को डॉक्टर बता रहे डॉक्टर ए.के विश्वास आज करीब 6 से 7 साल से अपनी दुकान सजा कर बैठे हुए है। और ग्रामीणों का बड़े पैमाने पर अपनी डिग्रियों का हवाला देते हुए इलाज भी कर रहे है।
आखिर अब तक इस फर्जी डॉक्टरों पर डिप्टी सीएमओ डॉ यतेंद्र राजपूत कारवाई क्यों नही करते। वही महेवा में स्थित सीएचसी में इलाज सही से नहीं किया जा रहा जो लोग इन फर्जी डॉक्टरों के दवाई लेने के लिए मजबूर हो रहे है।
आखिर क्या कमी है सरकारी अस्पतालो और उनकी दवाइयों में की आम जनता इस झोला छाप डॉक्टरों पर दवाई लेने को मजबूर है। देखते है। की डिप्टी सीएमओ यतेंद्र राजपूत इन पर क्या करवाई करते है।
जब सीएमओ इटावा से बातचीत की गई तो उन्होंने डॉक्टर ए.के विश्वास को पहचानने से साफ इनकार कर दिया और इस संबंध में अपना पल्ला झाड़ लिया। और इसे फर्जी डॉक्टरों के लिए एक टीम बनाकर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए।